गंदगी का घर बना सरस्वती महिला घाट
लाखों रुपये खर्च करके सरकार ने सरस्वती तीर्थ पर एक छोर पर महिलाओं के स्नान के लिए महिला घाट बनाया है, परंतु इस घाट में महिलाएं स्नान करती ही नहीं, क्योंकि यहां पर गंदगी की भरमार है। गंदगी के इस कदर ढेर लगे पड़े हैं कि यहां पर जाने को किसी का मन ही नहीं करता। इस घाट को नशेड़ियों ने नशे का अड्डा बनाया हुआ है। स्मैक पीने वाले शराबी न जाने कितनी प्रकार का नशा करने वाले युवक यहां पर अपने नशे की लत पूरी करते हैं। इतना ही नहीं इसके प्लेटफार्म, सीढ़ियों पर लगे गंदगी के ढेर बता रहे हैं कि यहां पर महीनों से सफाई नहीं हुई। कहने के लिए इस सरोवर के घाटों की सफाई करने के लिए दर्जनों सफाई कर्मचारी लगाए हुए हैं, परंतु सफाई के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। इतना ही नहीं इस घाट पर प्रकाश व्यवस्था के लिए लाखों रुपये की लागत से लाइटें लगाई गई, परंतु यह लाइटें एक दिखावे की वस्तु बनी हुई हैं। लाइटों के बिना यहां पर अंधेरा बना रहता है, जिस कारण यहां पर नशेड़ी लोग अवैध कार्य करते रहते हैं। सरस्वती तीर्थ पर जयगीर वाला घाट में बना यह महिला घाट अपनी दर्दभरी कहानी रो-रो कर सुना रहा है, परंतु इसके दर्द को सुनने वाला कोई भी नहीं है।
