भिवानी, 6 सितंबर (हप्र)
लोहारू के गांव झुप्पाकलां स्थित बाबा मक्खनपुरी आश्रम में 3 सितंबर को महंत अलोक गिरी पर हमले के विरोध में संत समाज एकजुट हो गया है तथा उन्होंने हमले की निंदा करते हुए इसे आस्था पर भी हमला बताया है। घायल महंत का उपचार चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में चल रहा है। चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में उपचाराधीन बाबा मक्खनपुरी आश्रम के महंत अलोक गिरी से मिलने बुधवार को जूना अखाड़े के नागा साधु-संतों का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा तथा उनका हालचाल जाना। महंत ने शरारती तत्वों को शराब पीकर व चप्पल पहनकर मंदिर में प्रवेश पर टोक दिया था।
अस्पताल में जूना अखाड़ा हरिद्वार के थानापति महंत विकास गिरी व कुंभेश्वर महाराज मंदिर के महंत माई महाराज ने हमले की घटना की घोर निंदा की तथा कहा कि यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि कोई भी संत-महात्मा श्रद्धालुओं से भेदभाव वाला रवैया अपनाए हुए है तो इस बारे में उस क्षेत्र में प्रतिष्ठित संत-महात्माओं को एकत्रित करना चाहिए तथा उन्हें स्थिति से अवगत करवाना चाहिए। लेकिन किसी भी व्यक्ति को संत-महात्मा के आत्मसम्मान व प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में साधु-संतों को बड़ी ही सम्मानपूर्वक दृष्टि से देखा जाता है तथा संतों को भगवान के बराबर दर्जा दिया जाता है। साधु-संतों पर हमला न केवल कानून व्यवस्था, बल्कि धार्मिक आस्था पर सवालिया-निशान खड़ा करता है। संत समाज ने चेतावनी दी कि कि यदि आरोपियों को सोमवार तक गिरफ्तार नहीं किया गया तो जूना अखाड़ा एवं संत समाज भिवानी में
महापंचायत करेगा।