भिवानी, 21 अक्तूबर (हप्र)
स्कूली स्तर देश के लिए बेहतरीन खिलाड़ी तैयार करने वाले पीटीआई आज अपने ही रोजगार की मांग को लेकर लगभग दो वर्षों से सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं, लेकिन प्रदेश सरकार बर्खास्त पीटीआई की बहाली की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। इससे बर्खास्त पीटीआई का गुस्सा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और उन्होंने 31 अक्तूबर को अन्य कर्मचारी संगठनों के साथ करनाल कूच की चेतावनी भी दे दी है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए मीनू रानी ने कही।
बृहस्पतिवार को बर्खास्त पीटीआई का धरना 493वें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए मीनू रानी ने कहा कि पीटीआई ने स्कूली स्तर खिलाड़ियों को तैयार किया, जिन्होंने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम विश्व पटल तक चमकाया, उसके बावजूद पीटीआई को बर्खास्त कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पीटीआई को बर्खास्त कर स्कूली स्तर के खिलाडिय़ों का भविष्य अंधकार में धकेल कर उनके साथ अन्याय किया है। सत्ता में आने से पहले भाजपा ने लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर अपने जाल में फांस लिया तथा अब अपनी तानाशाही का रवैया अपनाकर लोगों का जीना मुहाल कर रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो बढ़ती महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी बर्खास्त पीटीआई को रोजाना मौत के मुंह में धकेल रही है। बर्खास्त पीटीआई अब अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाने में सक्षम नहीं रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया को बर्खास्त पीटीआई से किया हुआ वायदा निभाना चाहिए तथा उनकी बहाली करनी चाहिए। इस अवसर पर राज्य संयोजक राजेश ढ़ांडा, राज्य उपप्रधान विरेंद्र घणघस, जिला महासचिव विनोद पिंकू, जरनैल सिंह पीटीआई, राजेश सभ्रवाल, मा. हरीश गोच्छी, जयपाल ढ़ाणीमाहु, भूपसिंह डीपीई, अमरनाथ धनाना, दिलबाग जांगड़ा, विनोद सांगा, मदनलाल सरोहा, सतीश सिवाना, अनिल तंवर, राजेश कितलाना, राजपाल यादव, प्रमोद कुमार, बलजीत तालु सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।
हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ नेेे सौंपा ज्ञापन
रोहतक (हप्र) : हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ सम्बंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा नेेे अपनी लंबित मांगों को लेकर राज्य स्तरीय धरना दिया व आदान प्रदान अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। धरना कर्मचारी नेता सुभाष शर्मा व जोगिन्दर दलाल की संयुक्त अध्यक्षता में दिया गया। मंच का संचालन सुरेश पूनिया ने किया। फ़रीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, जींद, बहादुरगढ़ के कर्मचारियों ने धरने में शिरकत की। राज्य प्रधान सुरेश नोहरा ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि गत 11 अगस्त की वार्ता में प्रबंध निदेशक ने कर्मचारियों की जायज़ मांगों को शीघ्र पूरा करने को कहा था, जिसके तहत पूर्व घोषित आंदोलन को स्थगित किया था। मगर अभी तक किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है। कर्मचारियों का वेतन समय पर ना मिलने के कारण परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले बकाया वेतन नहीं दिया तो कर्मचारी काली दिवाली मनाने पर मजबूर होंगे। उपप्रधान दिगम्बर सिंह, प्रेस सचिव टीकाराम शर्मा, संगठन सचिव लच्छीराम, उपप्रधान मुरारीलाल और सुभाष ग्रेवाल ने बताया कि पर्यटन निगम में कामगारों की भारी कमी होने की वजह से काम शुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है और ग्राहक को अच्छी सेवा नहीं मिल पा रही है इसलिए निगम में कर्मचारियों की भर्ती करनी चाहिए। धरने को सर्व कर्मचारी संघ के नेता सतबीर, महेन्द्र प्रताप, हिम्मत राणा, सत्यवान राठी, प्रदीप जांगड़ा, शिवकुमार, करमवीर सिवाच, जय कुमार दहिया, प्रेम गिलोडिया, पूर्व राज्य कमेटी के नेता संजय शर्मा, रणवीर भोरिया व एथनिक इंडिया राई के प्रधान राजेंद्र सिंह और राजेश शर्मा ने सम्बोधित किया।