यमुनानगर, 1 मई (हप्र)
ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन यमुनानगर डिपो के कर्मचारियों द्वारा डिपो प्रधान राजिन्द्र काम्बोज की अध्यक्षता में मजदूर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर डिपो प्रधान ने कहा कि उन महान मजदूर नेता, जिनकी कुर्बानियों ने दुनिया भर के मजदूरों को 8 घंटे के कार्य दिवस का हक दिलवाया, उनमें ऑगस्ट स्पाइस, जॉर्ज एंजिल, अल्बर्ट पार्सन्स, एडाल्फ फिशर शामिल थे। 11 नवंबर, 1887 को इन महान मजदूर नेताओं को शिकागो में फांसी दे दी गई, जबकि 4 दूसरे मजदूर नेता जेल की काल कोठरी में ही दम तोड़ गए। हम सभी शहीद मजदूर नेताओं को कैंडल जलाकर उनको श्रद्धांजलि देते हैं। इस अवसर पर सरदार रविंद्र सिंह, जगजीत सिंह, धर्मेंद्र कादियान, मनिंदर सिंह, तेजिंदर गुर्जर, रघुवीर पंजाबी, वेद राणा, कुलदीप सिंह, धर्मवीर ,अनिल कुमार, धर्म सिंह, नरेंद्र कुमार, मनोज कुमार, रामलाल आदि कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।
कुरुक्षेत्र (हप्र) : अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर जन संघर्ष मंच हरियाणा और मनरेगा मजदूर यूनियन की ओर से मई दिवस के शहीदों की याद में मिर्जापुर, सलपानी, ज्योतिसर, लोहार माजरा, खानपुर रोडान, विश्वकर्मा कालोनी में सभाएं की गई। मई दिवस के गौरवपूर्ण संघर्षों को याद करते हुए मई दिवस के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
गांव मिर्जापुर में मंच की प्रान्तीय महासचिव सुदेश कुमारी, जिला उपाध्यक्ष ऊषा कुमारी, मनरेगा मजदूर यूनियन के प्रान्तीय प्रधान नरेश कुमार, जिला प्रधान मेवाराम ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मजदूर वर्ग और किसानों को कमजोर करने के लिए कारपोरेट परस्त मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड व तीन जनविरोधी काले कृषि कानून तानाशाहीपूर्ण तरीके से पास किए हैं। मंच महासचिव सुदेश कुमारी ने मजदूरों का आह्वान किया कि मई दिवस के अवसर पर संघर्ष करने का संकल्प लें, जिससे हम सरकार को मजबूर कर सकें कि वह मजदूर विरोधी चारों श्रम कोड रद्द करे, जनविरोधी काले कृषि कानून रद्द करे, सारे हेल्थ सेक्टर का राष्ट्रीयकरण करे।
पूर्व मंत्री ने जतायी मजदूरों के हालात पर चिंता
कुरुक्षेत्र (हप्र) : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि मजदूरों के खाते में हर माह सीधा 5 रुपये नगद राशि डाली जाए। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह देश का प्रत्येक नागरिक विकट परिस्थितियों का सामना कर रहा है। इसका सबसे बुरा असर रोज काम करने करके पेट भरने वाले मजदूर वर्ग पर पड़ा है और इन हालात में इस मजदूर वर्ग के साथ सरकार की मदद का हाथ होना जरूरी है। अरोड़ा ने शनिवार को मजदूर दिवस पर रेहड़ी, फड़ी, आटो रिक्शा चालक, खेत दिहाड़ीदार मजदूर और दुकानों में नौकरी करके पेट पालने वाले लोगों की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज मजदूर वर्ग भूखा मरने के कगार पर है। अरोड़ा ने कहा कि वे सरकार से अपील करते हैं कि एक मजदूर परिवार को सरकार 5000 हजार रुपए मासिक सहायता प्रदान करे।