कुरुक्षेत्र, 30 दिसंबर (हप्र) : पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने नगर निगम व नगर पालिकाओं के चुनाव नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नगर निगम व पालिकाओं के चुनाव के जो नतीजे आए हैं वे भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ हैं। चुनाव के नतीजों से पता चल गया है कि प्रदेश का हर वर्ग भाजपा सरकार से दुःखी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज देश का अन्नदाता सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहा है। कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है और व्यापारी वर्ग को लॉकडाउन के दौरान कोई राहत नहीं दी गई ऐसे में लोग बदलाव चाहते हैं। आज प्रदेश के लोग भाजपा की सरकार से तंग आ चुके हैं। अरोड़ा ने कहा कांग्रेस पार्टी ने पहली बार नगर निगम का चुनाव अपने सिंबल पर लड़ा है। तीन नगर निगमों में से भाजपा दो नगर निगम के मेयर का चुनाव हार चुकी है। तीनों नगर पालिकाओं में भाजपा-जजपा के पार्षद व मेयर हार गए हैं। इस प्रकार से ये नतीजे सरकार के खिलाफ हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।