चंडीगढ़, 1 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में मनरेगा की योजनाओं को लागू करने के संबंध में बृहस्पतिवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने समीक्षा बैठक की, इस दौरान योजनाओं में सुस्ती बरतने वाले अधिकारी निशाने पर रहे। उन्होंने संबंधित मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से सिलसिलेवार एक-एक जिले की मनरेगा कार्यों की रिपोर्ट ली। मनरेगा के टारगेट पूरे न करने वाले अधिकारियों से डिप्टी सीएम ने न केवल जवाब तलब किया अपितु इस पर गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में जिला परिषदों के सीईओ से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सभी सीईओ को मनरेगा में दिए अपने बकाया कार्यों की अप्रूवल लेकर मुख्यालय को 10 दिन में रिपोर्ट करने और अगले दो माह में दिए गए टारगेट को पूरा करने के निर्देश दिए। मनरेगा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की पीठ भी उन्होंने थपथपाई और दूसरे जिलों को इनका अनुसरण करने को कहा। डिप्टी सीएम ने कहा कि मनरेगा में अच्छा काम हो रहा है और रिकार्ड लोगों को रोजगार मिला है, लेकिन कुछ जिलों में प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है। उन्होंने कहा, मनरेगा ने पिछले वर्ष के मुकाबले में इस वर्ष प्रथम छहमाही में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया, किंतु अभी मनरेगा के तहत प्रदेश में अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के लोगों को मनरेगा के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार देना प्राथमिकता रहा है। बैठक में मनरेगा के तहत फिसड्डी रहने वाले जिलों का ब्यौरा संबंधित सीईओ से पूछा। मनरेगा में सबसे कम कुरुक्षेत्र में 64 प्रतिशत काम हुआ है।