चंडीगढ़, 22 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने संस्कृत के बाद अब अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी है। टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) के 1035 पदों के लिए लाइन में लगे हजारों युवाओं को इस फैसले से निराशा मिलेगी। सोमवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने भर्ती को वापस लेने के आदेश जारी कर दिए। यह फैसला एलिमेंटरी एजुकेशन के महानिदेशक द्वारा आयोग को लिखी गई चिट्ठी के बाद लिया गया है।
प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी को बढ़ावा देने की योजना बनाई थी। कई सरकारी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम भी किया जाना है। प्रदेश में अंग्रेजी शिक्षकों के पद लंबे समय से खाली हैं। आमतौर पर सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाने का जिम्मा एसएस शिक्षकों को दिया जाता रहा है। 23 जुलाई, 2015 को सरकार की मांग के बाद कर्मचारी चयन आयोग ने 1035 पदों के लिए आवेदन किया। इनमें 694 टीजीटी (अंग्रेजी) हरियाणा के लिए थे और 341 की भर्ती मेवात काडर के लिए होनी थी। इन आवेदनों के लिए हजारों की संख्या में युवाओं ने आवेदन किया। आयोग द्वारा इस भर्ती में काफी धीमी गति से काम किया। अब यह लग रहा था कि यह भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। इसी दौरान 19 फरवरी के प्राइमरी शिक्षा के महानिदेशक ने इसके लिए आयोग में पत्र लिख दिया। महानिदेशक के पत्र को आधार बनाते हुए आयोग ने भर्ती प्रक्रिया को वापस लेने के आदेश जारी कर दिए। अहम बात यह है कि यह भर्ती आगे भी होगी या नहीं, इसके बारे में कुछ साफ तौर पर कुछ नहीं बताया गया। भर्ती रद्द होने पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार एक के बाद एक भर्तियों को रद्द कर रही है। सरकार की अनियमितताओं और पेपर लीक घोटाले का खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है।
युवा विरोधी चेहरा बेनकाब : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार नौकरियां देना तो दूर पहले से कार्यरत कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। बेरोजगारी की वजह से युवाओं में हाहाकार है। उन्होंने कहा कि टीजीटी अंग्रेजी के 1035 पदों का विज्ञापन वापस लेकर सरकार का युवा विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।