यमुनानगर (हप्र) : युवती को घर छोड़ने के बहाने कार में बिठाकर एक व्यक्ति ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। बिलासपुर निवासी युवती ने महिला पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि वह किसी कारण अपने परिवार से अलग बिलासपुर में रहती है। एक नवंबर को गांव मानकपुर निवासी सुभाष अपने दो साथियों छछरौली निवासी बलबीर तथा गांव खेड़ी निवासी देशराज के साथ उसके घर आया। पीड़िता ने बताया कि वह सुभाष को पहले से जानती थी। आरोपी ने उसे कहा कि उसकी उसके परिवार के सदस्यों के साथ बात हो गई है। वह उसे अब परेशान नहीं करेंगे। इसलिए वह उसे लेने आए हैं और उसे उनके घर छोड़ देंगे। इस दौरान वह आरोपी की बातों में आ गई और वह घर जाने के लिए उनके साथ कार में बैठ गई। कुछ दूर जाने पर आरोपी सुभाष कार में उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने अपने दोनों साथियों बलबीर व देशराज के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी उसे बिलासपुर छोड़ कर चले गए। आरोपियों ने इस बारे में किसी को बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।