चंडीगढ़, 19 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। रोहतक की सुनारियां जेल में बंद साध्वियों से यौन शोषण के दोषी एवं डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की सिक्योरिटी में ढील दी गई। इतना ही नहीं, रास्ते में उसकी मुलाकात कुछ ‘विशेष’ लोगों से करवाई गई। मुलाकात करने वालों में महिलाएं भी बताई जा रही हैं। अब यह मामला खुलने के बाद सरकार ने रिपोर्ट तलब की है।
इससे पहले, राम रहीम गुरुग्राम के मेदांता में भी दाखिल रह चुका है। वहां भी उसकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत से मुलाकात और हनीप्रीत का विजिटर पास जारी करने को लेकर सवाल उठे थे। इसके बाद उसका एक टेस्ट नयी दिल्ली स्थित एम्स में होना था। 17 जुलाई को सुनारियां जेल प्रशासन ने गुरमीत सिंह को पुलिस के हवाले कर दिया। बताते हैं कि नयी दिल्ली से रोहतक तक के सफर के दौरान बीच में उसकी कुछ लोगों से मुलाकात करवाई गई।
सूत्रों का कहना है कि रोहतक वापस लौटते समय उसकी गाड़ियों को रोका गया। प्रदेश के जेल मंत्री रणजीत सिंह ने मामले में संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। डेरा प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या के मामले में पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में मामला चल रहा है। इस मामले में 26 अगस्त को फैसला दिया जाना है।
पत्र लिखकर उच्चाधिकारियों को दी शिकायत
बताते हैं कि डीएसपी रैंक के एक अधिकारी ने अपने दो उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर गुरमीत सिंह पर बरती गई ‘विशेष कृपा’ की जानकारी दी है। सूचना में यह भी बताया गया है कि डेरा प्रमुख को एम्स में कुछ लोगों से मिलवाया गया। वापस लौटते समय भी वाहन को दो-तीन बार रोका गया। दो महिलाओं को भी वाहन में बैठाए जाने की सूचना है। सूत्रों का कहना है कि यह मामला खुलने के बाद अब पुलिस ने भी इस मामले में संदिग्ध अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है।