चंडीगढ़, 22 जून (ट्रिन्यू)
डिजिटलाइजेशन, महिला सशक्तीकरण और कोविड काल में प्रभावी भूमिका निभाने के लिए हरियाणा विधानसभा की राष्ट्रीय फलक पर चर्चा हुई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में आयोजित देशभर के पीठासीन अधिकारियों के ऑनलाइन सम्मेलन में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने सिलसिलेवार हरियाणा विस में हो रहे अभिनव प्रयोगों का ब्योरा दिया। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, देशभर की विधानसभाओं के अध्यक्ष और विधान परिषदों के सभापति हर्षित दिखाई दिए।
बिरला ने सम्मेलन का आयोजन गत दो वर्षों में विधान मंडलों की कार्यशैली में आए बदलाव और कोविड काल में उनकी भूमिका की समीक्षा करने के लिए आयोजित किया था। सम्मेलन में उपस्थित विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों ने अपने यहां हो रहे नवीनतम प्रयोगों की जानकारी दी। इस दौरान ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा विधानसभा में डिजीटलाइजेशन की प्रक्रिया पर विशेष चर्चा हुई। विधानसभा के गत बजट सत्र के दौरान 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर महिला सदस्यों को सदन की कार्यवाही सौंपे जाने की दिल खोल कर प्रशंसा हुई।
हरियाणा के अधिकारियों द्वारा विधायकों के फोन न उठाने जाने और इस पर विस अध्यक्ष के संज्ञान के बाद प्रदेश सरकार की ओर से जारी हिदायतें भी ऑनलाइन सम्मेलन का हिस्सा बनीं। गुप्ता ने कहा कि 4 नवंबर, 2019 को गठित 14वीं विधानसभा में 43 विधायक पहली बार चुनकर आए हैं। इन नवनिर्वाचित विधायकों को प्राथमिकता के आधार पर सदन में बोलने का अवसर दिया जाता है। प्रश्नकाल के नाम का ड्रा प्रक्रिया से चयन भी उल्लेखनीय उपलब्धि मानी गई। गुप्ता ने बताया कि विधान सभा ने मासिक पत्रिका सदन संदेश का प्रकाशन शुरू कर सदन और सचिवालय की उपलब्धियों की जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाने का प्रयास किया है।