ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 29 मार्च
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फिजिबिलिटी होने पर सबसे पहले पूंडरी को ही उपमंडल बनाने का काम किया जाएगा।
दुष्यंत चौटाला ने पूंडरी क्षेत्र के लिए 38 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास तथा उद्घाटन किया। इसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि पूंडरी क्षेत्र के लिए 29 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया गया है, जबकि 8 करोड़ 72 लाख की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पूंडरी क्षेत्र के लिए अब तक 197 करोड़ रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिसके तहत सड़कों के निर्माण का कार्य शुरू भी हो चुका है। गुहला विधानसभा क्षेत्र की सड़कों के लिए करीब 200 करोड़ रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं। अब इन क्षेत्रों की सड़कें चकाचक होंगी। प्रदेश के गांवों में तालाबों और जोहड़ों के जीर्णोद्धार तथा गांवों से पानी की निकासी के लिए 600 करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी। प्रथम चरण में प्रदेश के 3 हजार गांवों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि हम विकास के पहिये को रुकने नहीं देंगे। समूचे प्रदेश में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्यों को लोगों के दरवाजे और दहलीज तक पहुचाया जा रहा है। दुष्यंत ने कहा कि प्रदेश में 28 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि हम अब तक अपनी 43 प्रतिशत घोषणाएं पूरी कर चुके हैं। सभा मेंे जजपा के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह, गुहला के विधायक ईश्वर सिंह, प्रदेश युवा जजपा अध्यक्ष रविंद्र सांगवान, पूर्व विधायक सतविंद्र राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष रणदीप कौल, जिलाध्यक्ष धूप सिंह माजरा, राजू ढुल पाई, शुभम गुप्ता मौजूद थे। इस मौके पर हरियाणा डेयरी विकास संघ के चेयरमैन रणधीर सिंह, प्रोफेसर रणधीर चीका, प्रीतम सिंह कौलेखां, सुरेश राणा, जगतार माजरी, अवतार सीड़ा, साध्वी देवा ठाकुर, चंद्रभान दयौरा, निर्मल गिल, बलवान कोटड़ा मौजूद थे।
एक अप्रैल से गेहूं की होगी खरीद
जनसभा में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की हितैषी सरकार है। रबी के सीजन को देखते हुए प्रदेश में 400 मंडियों और खरीद केंद्रों की स्थापना की गई है। एक अप्रैल से गेहूं की खरीद का काम शुरू कर दिया जाएगा।
‘कांग्रेस के समय सड़कों पर बैठते थे बुजुर्ग’
बुजुर्ग पेंशन पर बोलते हुए दुष्यंत ने कहा कि 28000 नये बुजुर्गों की पेंशन शुरू की गई है। जिन बुजुर्गों की इनकम 2 लाख रुपये वार्षिक आय होने की वजह से कट गई थी उसके लिए हमने प्रशासनिक लोगों को आदेश दे दिए हैं कि उनको नियमों के तहत जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बुजुर्गों को बुढ़ापा पेंशन लेने के लिए 6-6 महीने तक सड़कों पर बैठना पड़ा था। हम तो डीपीटी के माध्यम से 7 तारीख से पहले किसानों के खाते में उनके पैसे पहुंचा देते हैं।