चंडीगढ़, 29 मार्च (ट्रिन्यू)
चुनावी वादों को लेकर कटोरा लेकर मांगने जाना शर्मनाक है, राजनीति हमेशा आत्मनिर्भरता पर होनी चाहिए न कि कटोरा लेकर मांगने की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नाबार्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों के पंजाब की मान सरकार द्वारा चुनावी वादों को पूरा करने के लिए केंद्र से पैकेज की मांग के सवाल पर यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो एक मुख्यमंत्री ने जनता को फ्री बांटने का वादा किया लेकिन जब चुनावी वादा पूरा करने की बात आई तो वह कटोरा उठाकर प्रधानमंत्री के पास चले गए। यह एक अच्छी परिपाटी नहीं है।
मुख्यमंत्री हरियाणा निवास में नाबार्ड के अधिकारियों के साथ वार्षिक योजना बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने नाबार्ड को सरकार की प्राथमिकताएं बताई, जिसके हिसाब से काम करने के लिए नाबार्ड ने सहमति जताई है। सीएम ने कहा कि बैंक अंत्योदय को ध्यान में रखकर अपनी नई स्कीमों को बनाएं, ताकि अंतिम जरुरतमंद व्यक्ति का इनके माध्यम से भला हो सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें। एक वरिष्ठ अधिकारी के पत्र लिखे जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार का अाधिकारिक पत्र नहीं मिला है। उनकी सरकार पहले ही 350 लोगों से 55000 रजिस्टि्रयों की बात को लेकर स्पष्टीकरण मांग चुकी है।
चंडीगढ में हरियाणा की भी हिस्सेदारी: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के चंडीगढ़ आने और केंद्र के सर्विस रूल लागू किए जाने के फैसले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक इस मुद्दे पर बात नहीं हो पाई है।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि चंडीगढ़ पर पंजाब और हरियाणा का जो 60 और 40 फीसदी का कोटा पहले भी लागू था, वह आज भी लागू है। चंडीगढ़ से किसी भी प्रदेश का कोई हिस्सा छीना नहीं जा रहा है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि चंडीगढ़ अपने आप में एक केंद्र शासित प्रदेश है।