फरीदाबाद, 27 दिसंबर (हप्र)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का रविवार को गांवों में किसानों ने थालियां बजाकर विरोध किया। किसान मोर्चा के आह्वान पर रविवार को खेड़ी कलां गांव में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में थालियां बजाकर विरोध करने के बाद एक किसान सभा का आयोजन किया। सभा में आंदोलन के दौरान शहीद हुए 40 किसानों की शहादत पर प्रधानमंत्री सहित सभी केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्रियों द्वारा शोक तक व्यक्त न करने पर कड़ी नाराजगी जताई गई। सभा में तीनों कृषि कानूनों व बिजली संशोधन बिल को किसानों के लिए डेथ वारंट बताया गया और इनके वापस लेने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही गई।
किसान नेता सतपाल नरवत व नवल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने मन की बात तो कर रहे हैं, लेकिन किसानों के मन की बात सुनने का समय उनके पास नहीं है। सभा में सुभाष लांबा, रतन लाल राणा, धर्मपाल चहल, जिले सिंह, फूलसिंह व सतन सिंह, धर्म बाबू, पंडित प्रताप सिंह उपस्थित थे।
‘मन की बात नहीं, जन की सुनें मोदी’
नारनौल (हप्र) : कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर सर्व कर्मचारी संघ, चौ. सुरेंद्र सिंह मैमोरियल क्लब व अन्य सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में रविवार सुबह चितवन वाटिका में एक सभा का आयोजन किया गया। कर्मचारी नेता महेश भारतीय ने प्रधानमंत्री से तीनों नए कृषि कानून वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि पीएम मन की बात तो करते हैं, लेकिन कभी जन की बात भी सुना करें।
थालियां बजाकर कानूनों का किया विरोध
गोहाना (निस) : भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल के नेतृत्व में रविवार को किसानों ने गांव कथूरा में 3 नए कृषि कानूनों को लेकर थाली बजा कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात तो जरूर करते हैं, लेकिन किसानों की बात नहीं करते। देश की 75 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। सरकार को तुरंत कृषि कानून रद्द करने चाहिये।
रोहतक में भी जमकर गुस्सा
रोहतक (हप्र) : शहर के सेक्टर- 3 के निवासियों ने ताली और थाली बजाकर किसान आन्दोलन का समर्थन और मन की बात का विरोध किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 11 बजे सेक्टर-3 निवासी नागरिक हर्बल पार्क में एकत्रित हुए। सबने ताली और थाली बजाकर पीएम मोदी की मन की बात का विरोध किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जगबीर हुड्डा, अंजली, सरसिज़, सुरेखा, दुष्यत, राजकुमारी दहिया, समीक्षा, रौणक, डा. महावीर नरवाल, कार्तिकेय, बाला, उषा, सतबीर, मुनमुन आदि उपस्थित रहे।
चरखी दादरी (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने महिलाओं संग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का खुला विरोध किया। किसानों ने थाली बजाते हुए रोष जताया और सरकार पर नाइंसाफी का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि मांगें पूरी होने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और विरोध लगातार करते रहेंगे। इस अवसर पर महेंद्र सिंह, सुमित्रा पहल, सुनीता देवी, सीमा राणा, संतोष सांगवान, उर्मिला फौगाट, सुमित्रा शास्त्री, अनीता कादयान, शीला मान, आशा सांगवान, इंद्र राणा, सोनू श्योराण इत्यादि मौजूद थे।