भिवानी, 28 फरवरी (हप्र)
द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता एवं बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह रिटायर हो गये। उनकी रिटायरमेंट पर भिवानी बॉक्सिंग क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता शिष्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन भिवानी बॉक्सिंग क्लब के प्रधान कमल सिंह प्रधान ने किया। इस अवसर पर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता और ओलंपिक खेलों में भारत को पहला बॉक्सिंग पदक दिलाने वाले और कोच जगदीश सिंह के शिष्य विजेंदर सिंह ने कहा कि कोच जगदीश सिंह ने न सिर्फ हिंदुस्तान के परचम को विश्व क्षितिज पर फहराया बल्कि हजारों खिलाड़ियों को रोजगार और सम्मान भी दिलाया। कोच जगदीश सिंह देशभक्ति, कर्मठता, लगनशीलता, हिम्मत,जज्बे और प्रेरणा की मिसाल हैं।
इस अवसर पर जगदीश सिंह के शिष्य अर्जुन अवार्ड विजेता जयभगवान, दिनेश कुमार, कविता चहल, विश्व महिला चैम्पयनशिप में स्वर्ण पदक विजेता नीतू धनाना व सोनिया चहल, साक्षी और रजत पदक विजेता नीतू चहल व भीम अवार्ड विजेता दिलबाग सिंह और सुनील कुमार ने भी अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट किया और उन्हें खिलाड़ियों के लिए भगवान का दर्जा देते हुए उन्हें अपने जीवन का पथ प्रदर्शक बताया।
इस अवसर पर कमल प्रधान ने कहा कि अपने पूरे कोचिंग काल में जगदीश सिंह ने 2000 से ज्यादा राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय पदक अपने शिष्यों को दिलवाए लेकिन उन्हें कभी अभिमान नहीं हुआ। उन्होंने मांग कि भारत सरकार के खेल मंत्रालय को उनकी विशेष सेवाएं लेनी चाहिए ताकि भारत खेलों की महाशक्ति बन पाए।
द्रोणाचार्य अवार्डी कोच जगदीश सिंह ने कहा कि वे केवल राजकीय सेवा से रिटायर हुए हैं। बॉक्सिंग के प्रति उनका समर्पण ज्यों का त्यों रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अभी मेरी उड़ान को बहुत आसमान बाकी है।
इस अवसर पर कोच जगदीश सिंह की माता,उनकी धर्मपत्नी, उनके पुत्र, पुत्री, पुत्रवधु, दामाद सहित पूरा परिवार उपस्थित था।