भिवानी, 1 फरवरी (हप्र)
अपनी बहाली की मांग को लेकर शारीरिक शिक्षकों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पीटीआई आठ माह से धरने पर बैठे हैं। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि सरकार ने कुछ दिन पहले ही पोर्टल पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। जिसमें शारीरिक शिक्षकों का विवरण मांगा गया था अधिकतर शारीरिक शिक्षकों ने तो अप्लाई किया, लेकिन कुछ के सामने इंटरनेट की मुश्किलें आई हैं। सोमवार को उनकी अंतिम तिथि है। शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि जल्द से जल्द उनको शिक्षा विभाग में खेल स्कूल सहायक के पद पर समायोजित किया जाए। इससे उनके परिवार के सामने आज जो स्थिति आ रही है वे उससे उभर सकेंगे। सोमवार के क्रमिक अनशन पर जय प्रकाश, अनिल तंवर, सुरेंद्र सिंह, मदन लाल सरोहा मौजूद थे। इस अवसर पर संदीप सांगवान, विनोद पिंकू, राजेश लाम्बा, विरेंद्र घणघस, सुरेंद्र सिंह मौजूद थे।
समायोजित करने का सीएम का वादा अधूरा
गोहाना (निस) : न्यायिक परिसर में शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना 232वें दिन भी जारी रहा। यहां भी 4 बर्खास्त पीटीआई क्रमिक अनशन पर भी बैठे। वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से अपना वायदा पूरा करवाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह वायदा 6 अक्तूबर को किया था और कहा कि किसी भी बर्खास्त पीटीआई का चूल्हा बूझने नहीं दिया जाएगा। अनिश्चितकालीन धरना उससे भी पहले से चल रहा है। तब मांग सभी बर्खास्त पी.टी.आई. को बहाल करवाने की थी। 232वें दिन के धरने की अध्यक्षता सुरेश कुमार ने की। उन्होंने कहा कि 4 महीने बाद भी सीएम का उन्हें समायोजन का वायदा अब तक अधूरा है। इस अवसर पर प्रोमिला और पूनम ने कहा कि न्याय में देरी करना भी न्याय से इंकार करने के समान है। सीएम को स्पष्ट करना चाहिए कि वे उन्हें समायोजन करने का वायदा पूरा करेंगे भी या नहीं और करेंगे तो उसकी लास्ट डेट क्या होगी।