पलवल, 22 फरवरी (हप्र)
नगर परिषद की जमीन पर अवैध रूप से बने 12 मकानों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई से नाराज लोगों ने सोमवार को हाईवे जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल तैनात हो गया। जिन लोगों के मकानों को तोड़ा गया था, उन्होंने पुलिस पर पथराव का प्रयास किया, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें खदेड दिया। जाम के चलते हाईवे के दोनों तरफ हजारों लोग जमा हो गए तथा दोनों तरफ वाहनों की दो-दो किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। 2 घंटे से ज्यादा समय तक नेशनल हाईवे जाम रहा। जाम खुलवाने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।
सोमवार शाम नगर परिषद प्रशासन ने नगर परिषद की जमीन पर अवैध रूप से बने मकानों को ढहाना शुरू किया। इस दौरान रामबती (70) के मकान को तोड़ना शुरू किया तो वह पुलिस से भिड़ गई। पुलिस की खींचतान के दौरान वह बेहोश हो गई। परिजनों ने महिला को मरा हुआ समझ लिया और उसे कपड़ों में लपेटकर सड़के के बीचोंबीच लेटा दिया। यह देखकर लोगों में गुस्सा फैल किया और उन्होंने पुलिस का विरोध शुरू कर दिया। देखते-देखते दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई और हजारों लोग जमा हो गए। गुस्साये लोगों पुलिस पर पथराव का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड दिया। भगवान सिंह, सीरिया, धनीराम आदि ने बताया कि पुलिस निगरानी में प्रशासन ने 20 घरों को उजाड़ दिया है। जिन लोगों के बड़े और पक्के मकान बने हुए हैं उन्हें नहीं तोड़ा गया है। वहीं बीरबती, लजाबती, रामबती और सोनिया नामक महिला ने बताया कि नगर परिषद ने कुछ मकानों को तोड़ दिया और कई अवैध कब्जों को छोड़ दिया है।
12 मकान तोड़े
एसडीएम कंवर सिंह ने बताया कि नगर परिषद की जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए पहले चेतावनी दी गई थी। चेतावनी के बाद भी अवैध कब्जे नहीं हटाए गए। 12 मकानों में तोड़फोड़ की गई है और जो मकान तोड़े गए हैं वे सभी कच्चे मकान थे।