पिहोवा, 8 जुलाई (निस)
नगर के एक नामी अस्पताल में एक महिला व उसके नवजात शिशु की मौत के बाद परिजनों में जबरदस्त रोष फैल गया। नाराज परिजनों ने नवजात बच्ची व उसकी माता का शव चौक पर रखकर जाम लगा दिया तथा प्रशासन से अस्पताल के डॉक्टर की गिरफ्तारी व अस्पताल बंद करने की मांग की।
वार्ड-11 निवासी महेश कुमार ने बिलखते हुए बताया कि उसकी पत्नी पूनम सिंह गर्भवती थी जिसे कुमार नर्सिंग होम में चेक कराया गया। डॉक्टर ने उसे 7 जुलाई को अस्पताल में आने तथा डिलीवरी के लिए समय दे दिया। 7 जुलाई को वह सुबह 8 बजे अस्पताल में पत्नी को लेकर चला गया। दोपहर 1 बजे अस्पताल की महिला डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बच्ची ने जन्म लिया है तथा बच्चे के पेट में पानी है जिसका इलाज किया जा रहा है। थोड़ी देर बाद उसे दोबारा सूचना दी गई कि नवजात बच्ची की मौत हो चुकी है। अभी वह इसी में ही उलझा हुआ था कि इतने में ही महिला डॉक्टर ने आकर बताया कि उसकी पत्नी की ज्यादा तबीयत खराब हो रही है उसे तुरंत किसी अन्य अस्पताल में ले जाया जाए। वह वाहन में पत्नी को लेकर कुरुक्षेत्र की ओर रवाना हो गया परंतु कुरुक्षेत्र में थर्डगेट के पास ही उसकी पत्नी ने दम तोड़ दिया। वह उसे लेकर सिग्नेस अस्पताल कुरुक्षेत्र में पहुंचा। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बिलखते हुए महेश ठाकुर ने बताया कि उसकी पत्नी का शव कुरुक्षेत्र में है तथा नवजात बच्चे का शव पिहोवा कुमार नर्सिंग होम में पड़ा है। कुरुक्षेत्र में सरकारी अस्पताल में उसने अपनी पत्नी का पोस्टमार्टम कराया। आज वह कुरुक्षेत्र से पोस्टमार्टम करवाकर पत्नी पूनम का शव लेकर पिहोवा आया, जहां नाराज लोगों ने भगवान परशुराम चौक पर शव रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
नवनिर्वाचित चेयरमैन आशीष चक्रपाणि अन्य पार्षदों के साथ मौके पर पहुंचे तथा परिजनों को ढांढ़स बधाया। डीएसपी गुरमेल सिंह भी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाया।
पुलिस ने लगाया ताला, डीडीआर दर्ज
डीएसपी गुरमेल सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी परन्तु परिजन न माने। बाद में पुलिस ने अस्पताल को ताला लगाकर बंद कर दिया तथा डीडीआर लिख दी गई है। इसके बाद लोगों ने जाम खोल दिया। शव को साथ लेकर लोग अस्पताल की संचालक डा. के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाजारो से होते हुए शमशान घाट पहुंचे। बताया जाता है कि अस्पताल की मालिक महिला डॉक्टर भी यहां नहीं है। वह विदेश गई हुई हैं। उसके स्थान पर अस्पताल के अन्य कर्मचारी कार्य कर रहे हैं।