कुरुक्षेत्र, 16 दिसंबर (हप्र)
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश के 64,427 लोग गीता प्रश्नमाला के सूत्र में बंधे। गीता ग्रंथ से संबंधित सवाल पूछने के लिए लोग उत्साहित नजर आने लगे। इस बार गीता प्रश्नमाला प्रतियोगिता में पहली प्रतिभागियों का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है। गीता प्रश्नमाला गीता के 18 अध्यायों के आधार पर 18 दिन 21 नवंबर से 8 दिसंबर तक चली। कुल 180 विजेता आटोमैटिक कम्प्यूटराइज प्रणाली से घोषित किए गए। डीसी मुकुल कुमार ने गीता प्रश्नमाला को सफलता पूर्वक चलाने के लिए एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला और उनकी टीम को बधाई दी।
वहीं, ब्रहमसरोवर पर देश की सांस्कृतिक और शिल्पकला के रंग देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को आनंदित कर रहे हैं। प्रतिदिन भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। सरस और शिल्प मेले में शिल्पकार अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश, आसाम, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब, उतराखंड, झारखंड सहित अन्य राज्यों के लोक नृत्यों ने पर्यटकों को अपने मोहपास में बांधने का काम किया है। बाजीगर, बहरुपिए और राजस्थान की कच्ची घोड़ी तथा हरियाणा की बीन बांसुरी और नगाड़ा पार्टी की थाप पर्यटकों को झूमने पर मजबूर कर रही है। इसलिए ब्रहमसरोवर के पावन तट पर भारत की संस्कृति को देखा जा सकता है।
लकड़ी के फूल जीत रहे दिल
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुभव मेहता ने कहा कि ब्रहमसरोवर पर सरस और शिल्प मेला 19 दिसंबर तक चलेगा। बनारसी साड़ियां, व दुपटे लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। मेले में लकड़ी व खजूर की छाल से तैयार किए गए रंग बिरंगे फूलों ने पर्यटकों का दिल जीत लिया। महज दस रूपए देकर फूलों की एक छड़ को पर्यटक अपने घर ले जा रहे थे। मेले में चंड़ीगढ़ से आए शिल्पकार सिराज अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पर्यटकों के लिए विशेष कारपेट तैयार करके लाए है। इस शिल्पकार ने हाथों से तैयार किए गए के कारपेट की कीमत 25 हजार रुपए तक रखी है।