पानीपत, 21 नवंबर(निस)
टेक्सटाइल नगरी पानीपत में करीब तीन वर्ष पहले तक कपड़ों व कारपेट आदि पर डिजाइन बनाने वाली इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनें यहां के उद्यमियों द्वारा चीन से मंगवाई जाती थी। लेकिन टेक्सटाइल संबंधी मशीनें बनाने वाले यहां के कई उद्यमियों ने चीन को ही मात देते हुए इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनों को तीन वर्ष पहले पानीपत में ही बनाना शुरू कर दिया और अब चीन से जकार्ड मशीनों का मंगवाया जाना बंद हो चुका है।
पानीपत में बनी इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनों का भाव हालांकि चीन वाली मशीनों के तकरीबन बराबर ही हैं, पर मशीन बनाने वाले उद्यमियों का दावा है कि यहां की इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनें चीन से अच्छी क्वालिटी की हैं और इससे उद्यमियों का जहां चीन से मंगवाने का किराया बचता है, वहीं मशीन निर्माताओं द्वारा अच्छी सर्विस भी दी जाती है। देश में सबसे ज्यादा हुक वाली इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनें सिर्फ पानीपत में ही बनाई जाती हैं। पानीपत में ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मदान इंजीनियरिंग वक्र्स व जीटी रोड नांगलखेड़ी में एनफएल के पास धामू डी टैक्स इंजीनियरिंग वक्र्स सहित कई अन्य उद्यमियों द्वारा इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनें बनाई जाती हैं।
बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक जकार्ड मशीनों द्वारा कपड़ों व कारपेट आदि पर डिजाईन बनाने का काम होता है। सबसे ज्यादा 6144 हुक वाली इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीनें देशभर में सिर्फ पानीपत में ही बनती है। प्रदर्शनी में 225 इंची कारपेट लूम भी उद्यमियों को पंसद आ रही है। इस मशीन पर प्लेन कारपेट बनता है और जब उसके उपर जकार्ड मशीन लगा दी जाती है तो डिजाईन वाला कारपेट बनता है। बता दें कि कई दशक पहले तक खड्डी पर कपड़ा व दरी आदि बनती थी और उस पर कई कारीगर काम करते थे, लेकिन अब कारपेट लूम पर सिर्फ एक कारीगर काम करता है और उत्पादन भी ज्यादा होता है।
फ्रेंड्स इंजीनियरिंग वक्र्स के सुखबीर मलिक, राजेंद्र हल्दाना व संदीप मलिक,मदान इंजीनियरिंग के मुकेश मदान, डी टैक्स इंजीनियरिंग के सतबीर सिंह प्रजापत ने बताया कि पुराने समय में खड्डियों पर गत्तों वाला मैन्यूअल चेन वाला डिजाइन होता था और उसमें समय भी बहुत लगता था, लेकिन अब उनका स्थान इलेक्ट्रॉनिक जकार्ड मशीनों ने ले लिया है।
जल्द बनायी जाएगी 10 हजार हुक वाली मशीन
जकार्ड मशीन बनाने वाले उद्योगपति मुकेश मदान ने बताया कि पानीपत में अभी देश में सबसे ज्यादा 6144 हुक वाली इलेक्ट्रोनिक जकार्ड मशीन बनाई जा रही है। वे जल्द ही इससे भी बड़ी 10 हजार हुक वाली जकार्ड मशीन बनाने जा रहे हैं। उद्यमी सतबीर प्रजापत ने बताया कि जकार्ड मशीनें 448 हुक से शुरू होती है और फिर 960,1344 सहित 6144 हुक तक बनती है। जकार्ड मशीन जितने ज्यादा हुकों वाली होगी तो उसमे डिजाईन भी बड़ा होता चला जाएगा और बड़े हुक वाली मशीन में बारीक से बारीक डिजाईन भी बहुत क्लीयर आता है।