झज्जर, 30 अप्रैल (हप्र)
कत्था फैक्टरी से अमोनिया के रिसाव का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन जिस तरह से गैस का रिसाव होने के बाद फैक्टरी के साथ बसी कालोनी के लोगों को दिक्कतों का सामना किया और उन्हें कुछ घंटों के लिए उन्हें अपने घरों को छोड़ना पड़ा, उसके बाद से ही यहां के लोगों में इस फैक्टरी संचालकों के प्रति गुस्सा है। इसके चलते बेरी गेट कालोनी के शिव मंदिर में एक पंचायत हुई, जिसमें इस हादसे को लेकर गहरा रोष जताया गया। पंचायत में लोगों ने फैक्टरी को रिहायशी क्षेत्र से निकाले जाने की मांग रखी। इसका सभी ने समर्थन किया। इस पंचायत में फैक्टरी के संचालक को भी बुलाया गया। फैक्टरी मालिक ने भी पंचायत में फैक्टरी को ट्रांसफर करने का आश्वासन दिया गया है। पंचायत में शामिल लोगों ने जिला प्रशासन को घटना के दौरान किए गए बचाव के उपाय और कार्यवाहीं के लिए आभार जताया। वहीं उन्होंने इस मसले पर हफ्ते का अल्टीमेटम भी दिया। उन्होंने कहा कि वह एक सप्ताह तक यहां से फैक्टरी के स्थानांतरित होने का इंतजार करेंगे,लेकिन यदि फैक्टरी को यहां से नहीं निकाला गया तो फिर इस बारे में एक पंचायत दोबारा से होगी और कड़ा फैसला लिया जाएगा।
रिहायशी क्षेत्र में फैक्टरियों का मांगा रिकॉर्ड
उपायुक्त ने एक कमेटी का गठन कर रिहायशी क्षेत्र में फैक्टरियों का रिकार्ड खंगालने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि फैक्टरियों में नोरम पूरे न होने पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक मेें पूर्व पार्षद रमेश बाल्मीकि, महाबीर गुर्जर, भारत वर्मा और टोमा प्रधान ने भाग लिया।