फरीदाबाद, 11 मार्च (हप्र)
महाशिवरात्रि पर बृहस्पतिवार को श्रद्धालु सुबह से ही जनकल्याण मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, गीता मंदिर, माता वैष्णोदेवी मंदिर, एनएच-एक स्थित हनुमान मंदिर, जवाहर कालोनी स्थित श्रीराम मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, सैनिक कालोनी स्थित शिव मंदिर में पहुंचे और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते है। एनएच-5 मार्किट स्थित तत्कालेश्वर शिव मंदिर से भगवान शिव की बारात निकाली गई। इस मौके पर मुख्य रूप से वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय प्रताप, विधायक सीमा त्रिखा, श्री तत्कालेश्वर शिव मंदिर के प्रधान हर्ष मल्होत्रा, उपप्रधान महेश बजाज, महासचिव संजय शर्मा, सुनील महाजन व पवन भड़ाना उपस्थित थे। शिव बारात जहां से गुजरी जहां लोगों ने बड़े जोर-शोर से बारात का स्वागत किया। शिव बारात के तांडव नृत्य और सुन्दर-सुन्दर झांकियों ने सभी लोगों का मन मोह लिया। इस मौके पर विजय प्रताप ने कहा कि महादेव देवों के देव हैं, सब कुछ कर सकते हैं। वे बलशाली हैं लेकिन भोले भी हैं। महादेव के यह गुण हमें बताते हैं कि हमें कितनी भी खूबियां होने का अभिमान नहीं करना चाहिए। इस मौके पर ललित गौसांई, अशोक कुमार, एनएल गौसांई, नरेश कुमार, सुनील शर्मा, पार्षद सरदार जसवंत सिंह, अजय कथूरिया, पंडित मुनीराज, राजेश शर्मा, अमरनाथ बागी, जगदीश चावला, सोहन लाल बतरा, सुनील बतरा व बाबा आढ़ती सहित कई भक्त मौजूद थे।
झज्जर (हप्र) : महाशिवरात्रि पर्व बृहस्पतिवार को धूमधाम से मनाया गया। शहर के अलावा कस्बा बेरी, बादली समेत पूरे क्षेत्र में दिनभर मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे गूंजते रहे। सुबह से ही मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। यूं तो सभी मंदिरों में पूरा दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना की गई, लेकिन शहर के मंदिर बाबा प्रसाद गिरी, मंदिर बाबा बूढा महादेव, टीला मंदिर, मंदिर बाबा काशीगिरी, डाबरा मंदिर में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ा। जिन युवाओं व बच्चों की जन्म कुंडली में कालसर्प योग था उसे दूर करने के लिए भी कई मंदिरों में भगवान की विशेष पूजा-अर्चना की गई और जन्म कुंडली के इस दोष को ब्राह्मणों ने दूर किया। शहर के मंदिर बाबा बूढा महादेव को महाशिवरात्रि पर विशेष रूप से सजाया गया था। यहां बाबा भोलेनाथ का शुक्रवार को भंडारा लगाया गया। मंदिर के पुजारी शिवदत्त की अध्यक्षता में भगवान शंकर की चार पहर की पूजा भी की गई।
सांसद धर्मबीर सिंह ने किया रुद्राभिषेक
भिवानी (हप्र) : किरोड़ीमल मंदिर में सेठ किरोड़मल चेरीटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में महाशिवरात्रि पर रूद्राभिषेक का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद धर्मबीर सिंह व एस.डी.एम. महेश कुमार ने इस अवसर पर शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक नरेश मोडा ने की। इस अवसर पर सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि भिवानी में सेठ किरोड़ीमल का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मंदिर के कारण ही भिवानी को छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। भव्य मंदिर की कलाकृतियों को विदेशों से पर्यटक देखने के लिए आते हैं।
राजीव जैन ने किया शिव प्रदर्शनी का उदघाटन
सोनीपत (हप्र) : मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव जैन ने बृहस्पतिवार को महाशिवरात्रि पर विभिन्न स्थानों पर आयोजित भंडारों तथा पूजन कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। सेक्टर-15 की हाउसिंग बोर्ड कालोनी में बिहारी मार्केट कुमारी आश्रम के निकट आयोजित भंडारे का उन्होंने उद्घाटन किया। इसके बाद फाजिलपुर के शिव मंदिर में भंडारे का उद्घाटन किया। कच्चे क्वार्टर में मणिक आर्य ज्वैलर्स के तत्वावधान में आयोजित भंडारे का भी राजीव जैन ने उद्घाटन किया। बतरा कालोनी स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम के तत्वावधान में आयोजित शिव प्रदर्शनी को उन्होंने शुरू किया। शिव के दिव्य स्वरूप के भी दर्शन करवाये गये। उन्होंने ककरोई चौक स्थित मदन स्कूल वाली गली में महाशिवरात्रि के मौके पर आयोजित शोभा यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए भगवान भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के मौके पर कांवड़ लाने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस मौके पर शंकर रेलन, राजेश कुमार, मनोज सैनी, मणिक आर्य, विष्णु कुमार कथूरिया, जयराम गुलाटी, संदीप, बलजीत, सतपाल, सोनू, मुकेश आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
बाघेश्वर धाम बागोत में लगा विशाल मेला
कनीना (निस) : महाशिवरात्रि पर बृहस्पतिवार को बाघेश्वर धाम बागोत में विशाल मेला लगा। हजारों की संख्या में उपवास रखकर आये श्रद्धालुओं ने प्राकृतिक शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। मेले में पुख्ता सुरक्षा प्रबंध थे। मंदिर के पुजारी रोशनपुरी ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालु 300 कांवड़ में गंगाजल लेकर आये। बाघेश्वरधाम में बृहस्पतिवार को मुख्य द्वार का शिलान्यास किया गया। बहुत ही सुदंर ढंग से बनाये जाने वाले इस गेट का कार्य 3 माह में पूरा होगा।
त्रिवेणी लगाकर पर्यावरण सरंक्षण की शपथ दिलवाई
बाढड़ा (निस) : कैनाल विश्राम गृह में महाशिवरात्रि पर्व पर पर्यावरण सरंक्षण संकल्प सम्मेलन को पर्यावरणविद्ध त्रिवेणी बाबा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी लगाकर हमें मानसिक शांति के अलावा स्वच्छ वातावरण की रक्षा करते हैं। त्रिवेणी लगाना मात्र वृक्ष स्थापना नहीं बल्कि यह हमारे लिए पूजनीय वंदनीय रहा है इसमें साक्षात ब्रह्मा, विष्णु, महेश निवास करते हैं।
पीपल का वृक्ष बहुत पवित्र है। एक और इसमें जहां विष्णु निवास है, वहीं ये वृक्ष रूप में पितृदेव है। बरगद के रूप में साक्षात शिव निवास करते हैं तथा इसके नीचे बैठकर पूजा अर्चना करने से साक्षात उनके दर्शन करते हैं। नीम के पेड़ को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। इन्हें निमारी देवी भी कहा जाता है जिसकी पूजा भी की जाती है।
अहीरवाल वीरों व शहीदों की भूमि
रेवाड़ी (निस) : जिला के गांव ढाणी जाटूसाना में बृहस्पतिवार को महाशिवरात्रि पर प्रयागपीठाश्वर स्वामी ओंकरानंद सरस्वती महाराज पधारे। उन्होंने कहा कि अहीरवाल वीरों व शहीदों की भूमि जानी जाती है। आज भारत की एकता व अखंडता की सुरक्षा एवं मजबूती की वजह सैनिकों व संतों द्वारा ही संभव है। उन्होंने स्व. सूबेदार रामचन्द्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। मेजर डा. टीसी राव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने स्वामी का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। दड़ौली आश्रम के स्वामी शरणानन्द ने कहा कि आज प्रदेशवासी धन्य हैं, जो महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर स्वामी ओंकरानंद सरस्वती पधारे हैं।

डीसी ने गरीब और अनाथ बच्चों के साथ अपने आवास पर मनाया पर्व
चरखी दादरी (निस) : डीसी राजेश जोगपाल ने अपने आवास पर महाशिवरात्रि का पर्व गरीब और अनाथ बच्चों के साथ मनाया। डीसी ने खुद अपने हाथों से हलवा बनाकर बच्चों को खिलाया और दूध व फल बांटे। मंदिरों में चढ़ने वाले दूध व फल का सदुपयोग कर उन्हें गरीबों में बांटने का संदेश दिया। बच्चे भी दिनभर डीसी आवास पर पर्व की खुशियां मनाते रहे। बच्चों ने डीसी को फल देते हुए शिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी। डीसी ने बच्चों को तोहफे में चप्पलें व कपड़े भी दिए। बच्चों ने चाऊमीन खाने की जिद्द की तो उनके लिए बाजार से चाऊमीन मंगवाई गई। डीसी राजेश जोगपाल ने बताया कि वे प्रदेश सरकार की योजनाओं से प्रभावित हैं। सरकार की योजनाएं धरातल तक पहुंचने में समय लगता है, ऐसे में उन्होंने इस बार महाशिवरात्रि पर्व को अलग अंदाज में मनाने का निर्णय लिया। इस पर्व पर गरीब व अनाथ बच्चों के साथ दिनभर बिताया, बहुत अच्छा लगा।

महाशिवरात्रि पर टैंकरों के पानी से जलाभिषेक
नूंह/मेवात, 11 मार्च (निस)
पांडवकालीन नल्हेश्वर मंदिर में जल संकट की समस्या बरकरार है। हालत यह रही कि महाशिवरात्रि पर टैंकरों के लाए पानी से ही श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। जबकि इस समस्या के समाधान के लिए मंदिर प्रबंधन, सामाजिक एवं धार्मिक लोगों ने कई बार शासन-प्रशासन के समक्ष यह बात उठाई। इसके बावजूद उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। लोगों का मानना है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने अरावली की पहाड़ियों के झिर मंदिर (फिरोजपुर झिरका) व गांव नल्हड़ स्थित पहाड़ियों में उन्होंने शिव पिंडी की स्थापना की थी। महाशिवरात्रि व सोमवार के दिन बड़ी तादाद में भक्तजन इन शिवालयों में जलाभिषेक व भण्डारे के लिए आते हैं।
लोगों ने बताया कि नल्हेश्वर मंदिर में लगे नल नकारा होने के कारण यहां पानी का घोर संकट है। पानी के संकट के चलते गायों के रखरखाव के लिए व्यवस्था भी भारी पड़ने लगी। अब यहां एक या दो गाय ही देखने को मिलती है। कई बार जलाभिषेक करने के लिए पानी तक नहीं मिल पाता है।
समस्या के समाधान की आवाज बेअसर
मंदिर के पुरोहित पंडित बंशीधर ने माना कि मंदिर में पानी के संकट के कारण अब टैंकरों से ही काम चलाया जा रहा हैं। मंदिर प्रबंधन द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए उठाई जा रही आवाज भी बेअसर साबित हो रही है।