चंडीगढ़, 24 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने फिर से सख्ती कर दी है। एनसीआर से सटे छह जिलों में होने वाली शादियों में भीड़ पर पाबंदी लगाई गई है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और हिसार जिले में हॉल के अंदर शादियों में 50 से अधिक लोगों की भीड़ जुटाने पर प्रतिबंध रहेगा। खुले मैदान में भी 100 से अधिक लोग नहीं जुट सकेंगे।
मंगलवार को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए की गई तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक की। इस बैठक के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया से बातचीत में एनसीआर में सख्ती के फैसले की जानकारी दी। अभी तक शादियों में 200 लोगों के इकट्ठा होने की मंजूरी थी। प्रदेश के बाकी चौदह जिलों में हॉल के अंदर 100 और बाहर 200 तक ही लोग जुट सकेंगे।
सरकार की आशंका है कि शादियों में जुटने वाली भीड़ से राज्य में संक्रमण फैल सकता है। पीएम ने जब हरियाणा द्वारा की गई तैयारियों के बारे में पूछा तो मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने एक करोड़ मास्क बांटने का फैसला लिया है।
पैसा जुटाना मसकद नहीं
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि प्रदेश के हर व्यक्ति को मास्क पहनना चाहिए और दो गज की दूरी के नियम का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम भी दूसरे राज्यों की तरह मास्क नहीं पहनने पर 500 की जगह 2000 रुपये जुर्माना कर सकते हैं, लेकिन हमारा मकसद पैसे इकट्ठा करना नहीं बल्कि लोगों में जागरूकता पैदा करना है।
अभी नहीं खुलेंगे स्कूल
वहीं शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए अधिकतर बच्चों में किसी तरह के लक्षण नहीं मिले हैं। अब तक की गई पड़ताल में पता चला है कि यह बच्चे स्कूलों में नहीं अपितु बाहर से ही पॉजिटिव होकर पहुंचे हैं। गुर्जर ने कहा कि बच्चों में लक्षण नहीं होने के कारण ही स्कूल खोले गए थे। करीब दो सौ बच्चों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जिन्हें अभी नहीं खोला जाएगा।
लॉकडाउन नहीं लगेगा
मुख्यमंत्री ने फिर स्पष्ट किया कि राज्य में फिर से लॉकडाउन करने या कर्फ्यू लगाने की जरूरत नहीं है। सरकार इस बारे में सोच भी नहीं रही है। नाइट कर्फ्यू से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि रात में अधिक लोग इकट्ठे नहीं होते, इसलिए ऐसा फैसला लेने का कोई औचित्य नहीं।
पहले स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगी वैक्सीन
कोरोना की वैक्सीन से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि पीजीआई रोहतक द्वारा वैक्सीन के अंतिम चरण का ट्रायल शुरू किया जा चुका है। यह ट्रायल पूरा होने के बाद वैक्सीन मार्केट में आएगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी। चूंकि वे सबसे अधिक रिस्क जोन में हैं। इसके बाद आयु के हिसाब से लोगों को दवा दी जाएगी। प्रदेश के हर व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचे, इसका खाका सरकार की ओर से तैयार किया जा रहा है।