पुरुषोत्तम शर्मा
सोनीपत, 7 फरवरी
कल के ‘चक्का जाम’ के बाद अब किसान नेता आंदोलन को तेज करने में जुट गये हैं। उल्लेखनीय है कि 73 दिन से कुंडली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। सरकार से बातचीत का प्रस्ताव नहीं मिलने से किसान नेता आंदोलन को पहले से ज्यादा प्रभावी बनाने में जुटे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए वह रणनीति बनाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि आंदोलन को प्रभावित करने वाले संगठनों को अब साथ नहीं रखेंगे।