यमुनानगर, 20 मई (हप्र)
केंद्र सरकार की फर्टिलाइजर की अलग-अलग टीमों ने यहां प्लाईवुड फैक्टरियों पर छापेमारी शुरू की। एक टीम जब जोडियो में नीलगिरी प्लाईवुड पर पहुंची तो विरोध में श्रमिक सड़क पर आ गए। यहां पर श्रमिकों ने जाम लगा दिया। सड़क पर लकड़ी डालकर पूरा रोड बंद कर दिया गया। अन्य प्लाईवुड व्यापारियों ने भी विरोध जताते हुए अपनी इकाइयां बंद कर दी। व्यापारियों का कहना है कि पहले ही व्यापार मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में जीएसटी की रेड से कारोबार पर असर पड़ रहा है। काम बंद हाे रहा है। इस तरह से वह व्यापार नहीं कर सकेंगे। वहीं फैक्टरी मैनेजर अनिल ठाकुर ने कहा कि मालिकों ने फैक्टरियां बंद कर दी हैं। उनके रोजगार पर संकट आ गया है।
बिलों में हेराफेरी की जांच
यमुनानगर में प्लाईवुड इंडस्ट्री में सब्सिडी वाले कृषि यूरिया का प्रयोग किया जाता है। अवैध रूप से इस यूरिया का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि टेक्निकल यूरिया काफी महंगा पड़ता है। सब्सिडी वाला यूरिया करीब 300 रुपये में पड़ता है जबकि टेक्निकल यूरिया 4600 रुपये प्रति बैग पड़ता है। इसमें ही प्लाईवुड फैक्टरी संचालक हेराफेरी करते हैं। यह टेक्निकल यूरिया का फर्जी बिल तैयार कराते हैं। इसमें खाद विक्रेता की भी मिलीभगत होती है। अब यह टीम इस बात की जांच करेगी कि कारोबारी जो बिल उन्हें दिखा रहे हैं क्या वो सही हैं। यह टीमें टेक्निकल बिल इश्यू करने वाली फर्म तक भी जाएगी। यहां प्लाईवुड की छोटी-बड़ी 1200 फैक्टरियां हैं। अधिकतर में कृषि योग्य खाद का प्रयोग होता है।
पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गहमागहमी
जगाधरी (निस) : जगाधरी के पांवटा नेशनल हाईवे पर काफी देर तक भारी गहमा-गहमी का माहौल रहा। सारा दिन वातानुकलित कमरों में बैठने वाले प्लाईवुड फैक्टरियों के मालिक 40 पार तापमान में सड़क पर उतर गए। केंद्र से आई जांच टीमों के खिलाफ इन्होंने नेशनल हाईवे पर फैक्टरी मजदूरों के साथ जाम लगा कर प्रदर्शन किया। जगाधरी बस अड्डा चौक पर करीब एक घंटे तक सैकड़ों की तादाद में प्लाईवुड फैक्टरी मालिक व इनमें काम करने वाले श्रमिक डटे रहे। प्लाईवुड फैक्टरी मालिक भारत शर्मा, राजेश शर्मा, गगन कुमार, पवन चौपड़ा, प्रधान सतीश चौपाल, अनिल गर्ग, संजीव कुमार, अमित कंबोज, शिव कुमार, बृज तायल, सतीश सैनी, मानव गोयल, संजय कुमार, सुनील कंबोज, अनिल कंबोज आदि का कहना था कि जांच के नाम पर व्यापारियों को तंग किया जा रहा है। पहले ही मंदी की मार झेल रही फैक्टरियों में जीएसटी, यूरिया खाद, आयकर आदि के नाम पर छापेमारी की जा रही है। कल से शहर में दिल्ली से आई कई टीमें दबिश दे रही हैं। प्लाईवुड फैक्टरी संचालकों का कहना था कि टीमें एकदम से आकर पुराना रिकार्ड तुरंत पेश करने का फरमान सुना देती हैं। उन्होंने चोर साबित करने का प्रयास किया जा रहा है। चौक पर जाम लगने से हर तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम से आने-जाने वालों को भी परेशानी हुई। इसके बाद प्लाईवुड कारोबारी लेबर के साथ जिला सचिवालय की ओर चले गए।