Operation Track-Down : हरियाणा पुलिस का ‘क्राइम-क्लीनर’ मोड ऑन, कुख्यातों बदमाश और गैंगस्टर पुलिस रडार पर
Haryana Operation Track-Down : हरियाणा पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के सख्त नेतृत्व में चला राज्यव्यापी ‘ऑपरेशन ट्रैक-डाउन’ अपराधियों के लिए किसी चक्रव्यूह से कम नहीं साबित हो रहा है। पुलिस की तीव्र, योजनाबद्ध और लगातार बढ़ती कार्रवाइयों ने अपराध जगत में हलचल मचा दी है। सिर्फ एक ही दिन में 59 कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी और 22 हार्डकोर अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने के बाद यह ऑपरेशन क्राइम-वर्ल्ड में खौफ का नया पर्याय बन गया है।
गंभीर अपराधों में संलिप्त 33 अपराधियों को हत्या, हत्या के प्रयास और उगाही जैसे मामलों में सलाखों के पीछे भेजा गया। साथ ही विभिन्न अन्य मामलों में 287 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने यह साबित कर दिया कि अपराधियों के लिए अब हरियाणा की जमीन बेहद तंग हो चुकी है।
अभियान शुरू होने से अब तक 378 कुख्यात व अंतरराज्यीय अपराधी जेल पहुंच चुके हैं, जबकि कुल गिरफ्तारियों का आंकड़ा 1918 को पार कर चुका है। यह रिकॉर्ड पुलिस की अपराध-मुक्त हरियाणा की प्रतिबद्धता को निर्णायक रूप से दिखाता है।
इनामी रमन की गिरफ्तारी से हिल गया फिरौती गिरोह
कुरुक्षेत्र पुलिस ने एसपी नीतीश अग्रवाल के नेतृत्व में 5,000 इनामी और 14 अभियोगों में वांछित रमन निवासी उमरी को गिरफ्तार कर बड़ी उपलब्धि दर्ज की। यह वही आरोपी है जिसने नए बस स्टैंड के पास कंप्यूटर दुकान चलाने वाले एक दुकानदार को 22 मई को अज्ञात व अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप कॉल पर मौत की धमकी देकर 20 से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी।
मामले की जांच सीआईए-2 को सौंपी गई, जिसने पहले तीन आरोपियों को हथियारों समेत गिरफ्तार किया था। परंतु मुख्य सरगना रमन पुलिस की पकड़ से बचता रहा। निरीक्षक मोहन लाल व सब-इंस्पेक्टर रणधीर सिंह की टीम ने 13 नवंबर को उसे दबोचने में सफलता हासिल की। रमन न केवल बेल-जंपर था बल्कि कुरुक्षेत्र व करनाल में दर्जनों संगीन मामलों में वांछित था। पुलिस का मानना है कि रमन की गिरफ्तारी से पूरे रंगदारी नेटवर्क पर गहरा प्रहार हुआ है।
थापा भी पुलिस जाल में फंसा
इसी अभियान के तहत कुरुक्षेत्र पुलिस ने गगनदीप उर्फ थापा को भी गिरफ्तार किया, जिसके पास से एक देसी कट्टा और एक जिंदा रौंद बरामद हुआ। सीआईए-2 को जानकारी मिली थी कि थापा बाजीगर धर्मशाला के पास अवैध असलहा लेकर मौजूद है। टीम ने तुरंत त्वरित कार्रवाई की और उसे घेराबंदी कर काबू किया।
थापा के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में सात गंभीर मुकदमे, जिनमें चोरी, मारपीट और हत्या के प्रयास शामिल हैं, पहले से दर्ज थे। वह एक मामले में 10 साल की जेल की सजा काट चुका है। उसकी गिरफ्तारी पुलिस की इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि न केवल बड़े गिरोह, बल्कि अवैध हथियार ढोने वाले हर व्यक्ति पर कड़ा प्रहार किया जाएगा।
जनता में भरोसा, अपराधियों में खलबली : डीजीपी
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन ट्रैक-डाउन’ के चलते हरियाणा में एक नया माहौल बन रहा है। अपराधियों की लगातार धरपकड़ से जहां उनके नेटवर्क कमजोर पड़े हैं, वहीं कानून-व्यवस्था में आम जनता का भरोसा बढ़ा है। व्यापारी वर्ग, नौकरीपेशा लोग और आम नागरिक अब ज्यादा सुरक्षित और निश्चिंत महसूस कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि यह अभियान और अधिक आक्रामक रूप में आगे बढ़ेगा और अपराधियों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ा जाएगा। उनका संदेश दो टूक है कि हरियाणा में कानून का राज कायम रहेगा, जो कानून तोड़ेगा, वही जेल में होगा।
