यमुनानगर,11 मार्च (हप्र)
यमुनानगर में आरसी फर्जीवाड़ा अभी थमा भी नहीं था कि एक अन्य फर्जीवाड़े का सामने आया है। यह फर्जीवाड़ा उन लोगों के साथ किया जा रहा है, जो चलने-फिरने में असमर्थ हैं। बुढ़ापा पेंशनधारक, जो बैंकों तक नहीं जा पाते और अपनी पेंशन अपने घर पर ही लेना चाहते हैं। इसे लेकर बैंक व पेंशन बांटने वाली कंपनी की ओर से लाखों रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
यमुनानगर के विधायक के पैतृक गांव करेड़ा खुर्द के पास लगभग 20 से ज्यादा बुजुर्ग अपनी बुढ़ापा पेंशन लेने के लिए तरस रहे हैं। उनका कहना है कि उनको आईसीआईसीआई बैंक की ओर से पेंशन बांटने के लिए कर्मचारी आते हैं लेकिन वह कभी पेंशन दे देते हैं और कभी नहीं। कहते हैं कि आपकी पेंशन पीछे से आई नहीं। लेकिन जब इस बारे समाज कल्याण विभाग से बात की तो पता चला कि वहां से इन बुजुर्गों के खाते में हर महीने पेंशन डाली जाती है। वहीं, जब इस बारे में छानबीन की गई तो पता चला कि आईसीआईसीआई बैंक की ओर से फिनो कंपनी के कर्मचारी इन बुजुर्गों को पेंशन देने का कार्य करते हैं। फिनो के कर्मचारी पेंशन बांटने गांव-गांव जाते हैं। जोकि बुढ़ापा पेंशन, विकलांगता पेंशन और विधवा पेंशन को बांटने का कार्य करते हैं।
वहीं, इस बारे पता किए जाने पर खुलासा हुआ कि इन लोगों की पेंशन बैंक व फिनो कंपनी द्वारा दिए गए एटीएम से निकाली जा रही है लेकिन इनको बैंक की तरफ से न तो एटीएम दिया गया और न ही बैंक की तरफ से कोई पासबुक। इतना ही नहीं, इन लोगों के पास तो अपने खाते का अकाउंट नंबर तक नहीं है लेकिन फिर इनके पेंशन अकाउंट से कैसे एटीएम के जरिये पेंशन निकाली जा रही है।
क्या कहते हैं फिनो कंपनी के कर्मचारी
निजी कंपनी फिनो के कर्मचारी उमेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लगभग डेढ़-दो साल पहले इनको कंपनी के कर्मचारियों द्वारा एटीएम दिए गए थे। इनके एटीएम एक्टिवेट करके इनको सौंप दिए गए थे। फिनो कंपनी की ओर से इस पर जांच की जा रही है।