चंडीगढ़, 20 दिसंबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश के कई जिलों के अधिकारियों के सरकारी घरों व कार्यालयों में बिजली चोरी की शिकायतें सरकार तक पहुंची हैं। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने इन शिकायतों का नोटिस भी लिया है। अब बिना किसी को बताए कभी भी बिजली विभाग के अधिकारियों की टीम छापेमारी कर सकती है। कुछ जगहों पर तो डीसी और एसपी की कोठी तक में बिजली चोरी की शिकायत हैं।
यहां बता दें कि इससे पहले बिजली मंत्री पानीपत दौरे के दौरान अचानक थर्मल कालोनी में छापा मार कर बिजली विभाग के ही आधा दर्जन के करीब वरिष्ठ अधिकारियों को बिजली की चोरी करते हुए पकड़ चुके हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी हुई। बताते हैं कि अब सरकार के पास पहुंची रिपोर्ट पर सख्त कार्रवाई का मन बनाया जा चुका है। ऐसे में जो भी अधिकारी बिजली चोरी करते हुए पकड़ा जाएगा, उस पर सख्त एक्शन होगा। इतना ही नहीं, ग्राउंड से आई रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि डीसी-एसपी, एसडीएम, डीएसपी व दूसरे अधिकारियों के घरों पर छापा मारने की बिजली निगमों के अधिकारी-कर्मचारी हिम्मत भी नहीं जुटा पाते। इस डर को दूर करते हुए बिजली मंत्री ने दो-टूक कह दिया है कि कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो, बिजली चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों बिजली मंत्री की अध्यक्षता में हुई विभाग की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था।
मुख्यमंत्री को भेजेंगे प्रस्ताव
बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ऐसे अधिकारियों व कार्यालय प्रमुखों के विरुद्ध छापेमारी का अभियान चलाने की योजना तैयार कर रहे हैं। प्रथम श्रेणी अधिकारियों के यहां छापेमारी का मामला है, इसलिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मंजूरी लेना बेहद जरूरी है। अगले कुछ दिनों में पूरा प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री के पास बिजली मंत्री खुद लेकर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने यदि मंजूरी प्रदान की तो इस बार बड़े अधिकारी सरकार के निशाने पर होंगे।