चंडीगढ़, 25 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार की ओर से अधिकारियों की तैनाती में आए दिन नए-नए प्रयोग किए जाने को लेकर नौकरशाहों में रोष पाया जा रहा है। अधिकारी वर्ग का तर्क है कि पचास वर्षों में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब हरियाणा में आईएएएस के लिए तय पदों पर आईपीएस तो आईपीएस के लिए पदों पर आईएएस नियुक्त किए जा रहे हैं।
रविवार को बदले हुए घटनाक्रम में हरियाणा एचसीएस अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीप ढांडा ने अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। ढांडा ने एसोसिएशन के वरिष्ठ उप प्रधान अमरजीत जैन को अपने इस्तीफे की सूचना भेजकर अध्यक्ष के पद पर काम करने में असमर्थता जाहिर कर दी है।
मनोहर सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री अनिल विज के साथ हुए विवाद के बाद आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को एडीजीपी सीआईडी के पद से हटाकर उन्हें बिजली निगमों का चेयरमैन नियुक्त कर दिया था। यह पद आईएएस अधिकारी का है। इसी तरह आईपीएस अधिकारी अमिताभ ढिल्लों को खनन एवं भूगर्भ विभाग के महानिदेशक का पद सौंपा गया। मुख्यमंत्री कार्यालय में पहले आईपीएस ओपी सिंह को ओएसडी लगाया गया। मुख्यमंत्री द्वारा सेवानिवृत्त आईएएस डीएस ढेसी को चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगाए जाने को लेकर भी अफसरशाही नाराज है। भले ही ढेसी सीनियर अधिकारी हैं, लेकिन अहम पदों पर बैठे वरिष्ठ अधिकारियों को सीएम के सीपीएस के नाते उन्हें रिपोर्टिंग करनी पड़ेगी।
अब शनिवार की रात सरकार ने सात एचसीएस, पांच एचपीएस, रोजगार एवं वन विभाग के दो-दो अधिकारियों को आरटीए सचिव के पद पर नियुक्ति दी है। यह नियुक्तियां सरकार के गले की फांस बन सकती हैं। एचसीएस अधिकारियों की एसोसिएशन में इस बात को लेकर खासा आक्रोश है कि एचसीएस काडर के पदों पर पुलिस अफसरों (एचपीएस) की पिछले काफी समय से निगाह थी। एचसीएस कैडर के पदों पर एचपीएस की नियुक्ति नहीं की जा सकती। यदि कोई एचसीएस अधिकारी सरकार के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे तो सभी नियुक्तियों पर बिना किसी देरी के स्टे मिल सकता है। अधिकारियों के आक्रोश और नाराजगी का सिर्फ अकेला यही कारण नहीं है। प्रदेश सरकार पहले भी अफसरशाही में कई बड़े प्रयोग कर चुकी है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम के ओएसडी एचसीएस अधिकारी सतीश चौधरी इस एसोसिएशन के सचिव हैं। जगदीप ढांडा ने अपने पद छोड़ने के पीछे हालांकि कोई बड़ा कारण नहीं बताया है, लेकिन एचसीएस अफसरों की लाॅबी में इस बात को लेकर खासी नाराजगी है कि एचसीएस काडर के अधिकारियों के पदों पर पुलिस विभाग के (एचपीएस) अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है।