चंडीगढ़, 2 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लोकसभा व विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण के कानून को कांग्रेस ने चुनावी जुमला बताया है। कांग्रेस का कहना है कि यह फैसला 2024 के चुनावों से ही लागू होना चाहिए। साथ ही, महिलाओं के इस आरक्षण में पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति को भी आरक्षण मिलना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के ओबीसी विभाग ने सोमवार को राजधानी चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया।
पूर्व वित्त मंत्री तथा ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव के नेतृत्व में हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ से कांग्रेस के ओबीसी सेल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में भाग लिया। तीनों राज्यों के कार्यकर्ता यहां सेक्टर-9 स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में इकट्ठे हुए। कांग्रेसियों के इस प्रदर्शन को देखते हुए बढ़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। कैप्टन अजय सिंह यादव अपने समर्थकों सहित ज्ञापन देने के लिए हरियाणा राजभवन की ओर जाना चाहते थे। चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
बाद में राज्यपाल के संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह ने कांग्रेसियों से ज्ञापन लिया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में कैप्टन अजय यादव ने कहा कि महिला आरक्षण अधिनियम के जरिए भाजपा की केंद्र सरकार देशभर की महिलाओं के साथ छल कर रही है। यह मोदी सरकार का एक बहुत बड़ा जुमला साबित होगा। अगर मोदी सरकार सच में महिलाओं को एकसमान सम्मान देना चाहती है, तो महिला आरक्षण में देशभर की ऐसी महिलाएं जो कम पढ़ी-लिखी हैं तथा एससी ओबीसी कोटे से हैं, जनरल वोट हासिल नहीं कर पाएंगी, ऐसी महिलाओं की महिला आरक्षण बिल में हिस्सेदारी को यकीनी बनाया जाए। इस मौके प्रदेश कांग्रेस के ओबीसी सेल के प्रदेशाध्यक्ष रमेश सैनी, पंजाब कांग्रेस के ओबीसी सेल अध्यक्ष राजबक्श, चंडीगढ़ ओबीसी सेल के अध्यक्ष जितेंद्र यादव के अलावा केश कला एवं कौशल विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन योगेंद्र योगी, सुदेश यादव, पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनू जांडियाल, रादौर से विधायक बीएल सैनी, पूर्व विधायक रामनिवास घोडेला व अन्य मौजूद रहे।