तरुण जैन/निस
रेवाड़ी, 30 दिसंबर
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर और बावल के बनीपुर चौक पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में अन्य राज्यों से आ रहे किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बॉर्डर पर बुधवार को राजस्थान के सांसद व आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल समर्थकों के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसानों के दर्द को समझते हुए केंद्र सरकार को कृषि बिलों पर तुरंत रद्द करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन थमने वाला नहीं है। उन्होंने किसानों की लड़ाई में शामिल होने के लिए एनडीए से नाता तोड़ा है। यहां स्वराज इंडिया पार्टी के योगेंद्र यादव भी किसानों के साथ धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि कितनी ही ठंड पड़े, किसानों के हौसले नहीं टूटेंगे। सरकार को किसानों की एकजुटता के आगे झुकना पड़ेगा।
बॉर्डर पर आज रोहतक से आए छात्रों ने लोकगीतों व गानों के माध्यम से नुक्कड़ प्रस्तुत कर किसानों का हौसला बढ़ाया। आज अनशन पर 19वें दिन 11 किसान बैठे। इनमें राजगढ़ से रणसिंह व हंसराज, गंगानगर से गुरुदेव सिंह, झुंझुनू से बबलेश वर्मा, नत्थूराम सैनी व शिवनाथ महला, सीकर से महावीर प्रसाद, पूर्णराम, रामलाल, भोजराज व कैथल से प्रोमिला सहारन शामिल रहे। धरने का नेतृत्व किसान नेता राजाराम जाट कर रहे हैं। विधायक अमराराम ने कहा कि यह किसान आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहा है और उसके निर्देशों पर ही आगे की कार्ययोजना तय होगी। किसान नेताओं ने कहा कि तीनों काले कानून किसान के लिए डेथ वारंट के समान है। उन्होंने आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया।
इधर, हाईवे को जाम करके बनीपुर चौक पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के नेता रामकिशन महलावत ने कहा कि 31 दिसंबर को धरने पर यूनियन के नेता राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह पहुंचेंगे। उनकी मौजूदगी में आंदोलन की भावी रणनीति तय की जाएगी। इसी दिन विख्यात रागनी गायक नरदेव बेनीवाल व मनोज चौधरी भी प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए टीमें गांवों में किसानों को निमंत्रण दे रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि उसमें भारी संख्या में किसान जुटेंगे। उन्होंने कहा कि आज मध्यप्रदेश के किसान भी समर्थन देने यहां पहुंचे। धरने पर चेयरमैन सूरत सिंह, भजनलाल खटाणा, महेंद्र सिंह, जीआर चौकन, अशोक यादव आदि उपस्थित थे।