सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर,18 अगस्त
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के तालाबों को विकसित करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम चलाया है। इस कार्यक्रम के तहत अब गांव की प्राचीन धरोहर जोहड़ (तालाब) का भी स्वरूप बदला जाएगा। इसके लिए प्रदेश में तालाब व अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया गया है। हरियाणा सरकार के तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण तथा प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत मिशन स्टेट टास्क फोर्स के सदस्य तेजिंद्र सिंह तेजी ने सोशल मीडिया पर तालाब के ओवरफ़्लो की सूचना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए आज यमुनानगर जिला के गांव ससोली के तालाब का अवलोकन करके स्थिति का जायजा लिया। तालाब के अवलोकन के दौरान सदस्य तेजिन्द्र सिंह तेजी ने बताया कि प्रदेश में करीब 18000 तालाब हैं, जिनका जीर्णोद्धार का काम जारी है। हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अमृत सरोवर योजना का शुभारंभ किया, जिसके तहत प्रथम चरण में प्रदेश के लगभग 1800 तालाबों का सौन्दर्यकरण किया जा रहा है। हर जिले में 75-75 तालाबों को इस योजना में शामिल किया गया है।
इसके तहत पहले तालाब की सफाई की जाती है और विकसित किया जाता है। सभी क्षेत्र के लोगों को इस मुहिम के साथ जोड़ा जाता है ताकि भविष्य में उनके क्षेत्र के तालाब प्रदूषित न हों। इस मौके पर अधीक्षक अभियंता नगर निगम रवि ओबरॉय, एल सी चौहान, सम्बंधित कर्मचारियों सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।