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अब एक माह तक दान-पुण्य आध्यात्मिक काज, फिर बैंड बाजा और बारात

अरविंद शर्मा/निस जगाधरी, 12 दिसंबर शुभ कार्य, खासतौर से शादी-व्याह पर अब एक महीने का विराम लगने वाला है। इस विराम के दौरान दान-पुण्य और आध्यात्मिक काज किए जा सकते हैं। यानी महीनेभर बाद ही बैंड, बाजा और बारात का...

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अरविंद शर्मा/निस

जगाधरी, 12 दिसंबर

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शुभ कार्य, खासतौर से शादी-व्याह पर अब एक महीने का विराम लगने वाला है। इस विराम के दौरान दान-पुण्य और आध्यात्मिक काज किए जा सकते हैं। यानी महीनेभर बाद ही बैंड, बाजा और बारात का मौसम फिर से शुरू होगा। गौर हो कि पिछले करीब ढाई माह से जगह-जगह शहनाइयां बज रही हैं। बैंकट हॉल फुल चल रहे हैं। पंडित से लेकर कैटरर्स, सब व्यस्त हैं, लेकिन अब 16 दिसंबर से मलमास शुरू हो जाएगा। सनातन पद्धति में आस्था रखने वाले मलमास में शुभ काज नहीं करते।

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ज्योतिषियों के अनुसार अगले माह 14 जनवरी को सूर्यदेव के धनु से मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही फिर से शुभ काज शुरू हो जाएंगे। मकर सक्रांति से शादियां शुरू होंगी। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर के आचार्य त्रिलोक चंद्र ने बताया कि सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने को मलमास कहा जाता है। इन दिनों भले ही शुभ कार्य सनातन में वर्जित बताए जाते हों, लेकिन दान, पूजा, अध्यात्मिक कार्य पूरे विधि-विधान से होते हैं। इन दिनों में ग्रह दोष उपाय अनुष्ठान भी किया जा सकता है। उनका कहना है कि ऐसी ही स्थिति वर्ष 2000 में भी बनी थी। उन्होंने बताया कि नये साल में सबसे ज्यादा शादी के शुभ लगन फरवरी में 20 दिन हैं। अगले साल लगभग 77 दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे। शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण मई-जून में शादी -ब्याह का कोई भी मुहूर्त नहीं है।

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