चंडीगढ़, 17 मई (ट्रिन्यू)
कोरोना महामारी के बीच अब ‘ब्लैक फंगस’ ने नयी चुनौती पैदा कर दी है। प्रदेश में इस बीमारी के अभी तक 80 मरीज मिल चुके हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम व रोहतक में ब्लैक फंगस के सर्वाधिक मामले मिले हैं। सोमवार को पंचकूला में भी एक मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो गई। उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। इस बीच, राज्य सरकार ने पंचकूला मुख्यालय पर स्टेट टॉस्क फोर्स का गठन किया है।
प्रदेश के लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। पिछले दो सप्ताह से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य के 12 जिलों से ब्लैक फंगस के मामले अभी तक मिले हैं लेकिन सर्वाधिक केस गुरुग्राम, फरीदाबाद और रोहतक से आए हैं। हिसार, फतेहाबाद, करनाल व पंचकूला में अभी स्थिति नियंत्रण में हैं। अभी तक फंगल इंफेक्शन के जो मामले सामने आए हैं, उनमें ज्यादातर वे रोगी हैं, जिनका कोरोना संक्रमण के दौरान शुगर बढ़ा हो और उन्हें आक्सीजन स्पोर्ट पर रखा गया हो। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इसे पोस्ट कोविड बीमारी की संज्ञा दी है। स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ़ उषा गुप्ता के अनुसार, यह बीमारी आंख, नाक, गले के तलवे में पाई जा रही है। इससे रोगी के शरीर का एक हिस्सा काला पड़ रहा है। डाक्टर गुप्ता ने बताया कि मुख्यालय पर इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
राहत 10 दिन में आधे से भी कम केस
राहत की बात है कि लगभग 10 दिनों के बाद यह पहला मौका है, जब 24 घंटों के दौरान कोरोना के नये केसों का आंकड़ा 8 हजार से नीचे गया है। सोमवार को 7488 मरीज मिले। 10 दिन पहले तक यह आंकड़ा 16 हजार के पास था। गुरुग्राम में 1176, फरीदाबाद में 506, सोनीपत में 430, हिसार में 830, अंबाला में 293, करनाल में 258, पानीपत में 371, रोहतक में 357, रेवाड़ी में 182, पंचकूला में 241, कुरुक्षेत्र में 150, यमुनानगर में 310, सिरसा में 248, महेंद्रगढ़ में 469, भिवानी में 446, झज्जर में 288, पलवल में 244, फतेहाबाद में 253, कैथल में 124, जींद में 157, नूंह में 51 तथा चरखी दादरी में 104 नये मरीज मिले हैं। इस अवधि में 14 हजार 279 मरीज कोरोना को हराने में कामयाब रहे।
24 घंटे में 114 मौतें संक्रमण ही नहीं, राज्य में
अब मरने वालों की संख्या भी कम होने लगी है। पिछले 24 घंटे में महामारी से 114 और लोगों की जान गई। प्रदेश में अब तक 6800 से अधिक लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है।