पंचकूला, 13 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
भाजपा की प्रदेश परिषद की बैठक में बुधवार को जहां पार्टी पदाधिकारियों को सरकार की 7 साल की उपलब्धियों की जानकारी दी गई, वहीं ग्रामीण स्तर पर विचारधारा के आधार पर संगठन को मजबूत करने की अपील की गई। प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने किसान हित में उठाए सरकार के कदमों की जानकारी दी। उन्होंने तीन कृषि कानूनों को लेकर चलाये जा रहे आंदोलन को सियासी बताया। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों में कोई खोट नहीं है। इस दौरान यह भी ऐलान किया गया कि जिन लोगों को आजादी के संघर्ष में काला पानी की सजा हुई थी उनके परिवारों के एक-एक सदस्य को वहां की यात्रा कराई जाएगी, जिससे वे अपने परिजनों को दी गई यातनाओं के बारे में जान सकें।
प्रदेश में भाजपा सरकार के ‘सात साल-सात कमाल’ के तहत यहां आयोजित प्रांतीय परिषद की बैठक में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि सरकार के 7 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को सात साल-सात कमाल के पैकेज के रूप में पिरोया है। आज के 7 प्रस्तावों में से 3 कृषि संबंधी हैं। सरकार ने किसानों की भलाई के लिये तीन कृषि कानून बनाये। इनमें बारे में किसानों की जमीन छीनने, मंडियां बंद होने, एमएसपी खत्म होने का दुष्प्रचार किया गया। आज तक किसी ने यह नहीं बताया कि कानूनों में काला क्या है। एमएसपी आज भी लागू है और आगे भी रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ध्वजारोहण व दीप प्रज्जवलन के साथ बैठक का उद्घाटन किया।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसान आंदोलन की बुनियाद शक पर टिकी है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के बारे में झूठा प्रचार किया जा रहा है। किसान नेता बिलों में एक भी खोट नहीं निकाल सके। बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रभारी विनोद तावड़े, केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, सांसद संजय भाटिया, रतन लाल कटारिया, रमेश कौशिक, धर्मवीर, सुनीता दुग्गल, अरविंद शर्मा, नायब सैनी, राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम, रामचंद्र जांगड़ा, स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा कृषि मंत्री जेपी दलाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, मंत्री कमलेश ढांडा, बनवारी लाल, प्रदेश महामंत्री पवन सैनी, वेदपाल, मोहन लाल बड़ौली, रामबिलास शर्मा, सुभाष बराला, कुलभूषण गोयल, रामअवतार बाल्मीकि, लतिका शर्मा, सुमित्रा चौहान मौजूद रहीं।
आजादी के अमृत महोत्सव पर होंगे कार्यक्रम
धनखड़ ने कहा कि 33 साल बाद आयोजित की जा रही प्रांतीय परिषद की बैठक का उद्देश्य आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश में उन सभी अनाम वीरों को याद करना है, जिन्होंने आजादी के संघर्ष में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत बनाना और सरकार के सात साल के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी 2022 से 15 अगस्त 2023 के मध्य भाजपा हर जिला में आजादी के 90 साल के संघर्ष पर संगोष्ठियां आयोजित करेगी। सहभागी वीरों के चित्रों व कथाओं के साथ प्रदर्शनी लगाई जाएगी। किसान मोर्चा हर उस गांव में कार्यक्रम करेगा, जिनका आजादी के संघर्ष में योगदान था। महिला मोर्चा लड़ाई में गाये गीतों की पुन: प्रस्तुति करेगा व 75 स्थानों पर दीप शृंखलाएं प्रज्जवलित करेगा।
20 हजार बूथों पर 60 हजार त्रिदेव
धनखड़ ने बताया कि त्रिदेव के माध्यम से बूथ स्तर पर विचारधारा के आधार पर संगठन खड़ा किया जाएगा। 20 हजार बूथों पर 60 हजार त्रिदेव नियुक्ति होंगे। 3 हजार पोर्टल पर आ गये हैं। इस माह के अंत तक यह काम पूरा होगा। बूथ कमेटी में अटल के जन्मदिन तक हर पन्ने से कार्यकर्ता जोड़े जायेंगे।
पार्टी कार्यकर्ताओं के कारण हैं सरकार की उपलब्धियां : सीएम
भाजपा की प्रदेश परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जिस तरह का माहौल ऐलनाबाद में देखने को मिल रहा है, उसमें भाजपा अच्छी स्थिति में दिख रही है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव भाजपा जीतेगी। करनाल और गुरुग्राम में नगर निगम के उपचुनाव जीते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 7 साल में 7 बातें याद रखने के लिए यह सम्मेलन किया जा रहा है, लेकिन उपलब्धियां बहुत हैं। हर दिन कोई न कोई नया काम किया है। सुशासन के नाते से हर साल कोई न कोई नयी उपलब्धि कर रहे हैं। ये उपलब्धियां कार्यकर्ताओं के कारण हैं, उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पंचायतीराज को शक्तियां अधिक दी हैं। अंतर जिला परिषद बनाई है। सभी जिलों को बुलाकर उनके कामों की चर्चा करते हैं। मेयर का सीधा चुनाव इसलिए किया ताकि भ्रष्टाचार खत्म हो। पंचायतों का बजट बढ़ाएंगे। 70 हजार प्रतिनिधि पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर है, जिन पर जीत जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा को पर्ची खर्ची के शासन से निकाल कर लाए हैं। पार्टी के काम करने का तरीका ही हमारी मजबूती का आधार है। हरियाणा की जनता जानती है कैसे किसानों को 5 -5 रुपये के चेक दिए जाते थे।