नारनौल, 30 अगस्त (निस)
अटेली पशु चिकित्सालय खंड का सबसे बड़ा अस्पताल होने के बावजूद यहा पशु कर्मियों की कमी के चलते पशुपालकों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। अस्पताल अंग्रेजों के समय का बनी हुआ है लेकिन स्टाफ नहीं होने से बेजुबान पशुओं का समय पर तथा उचित इलाज नहीं हो पा रहा है।
जानकारी के अनुसार अटेली अस्पताल के अंतर्गत 5 हजार के करीब पशु हैं। यह अस्पताल अंग्रेजों के समय 1936 का बना हुआ है। अस्पताल में एक चिकित्सक, 2 वीएलडीए, 1 बीएलओ के अलावा दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद स्वीकृत है। इनमें से केवल एक चिकित्सक व चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी ही है। अस्पताल के अंतर्गत 12 गांवों के पशुओं के इलाज की जिम्मा होने के साथ तहसील स्तर पर अस्पताल होने के कारण बड़ी संख्या में पशुपालक यहां आते है। हालांकि अस्पताल में पशु चिकित्सक तो है लेकिन सहायक स्टाफ नहीं होने से सही तरीके से पशओं का इलाज नहीं हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अटेली अस्पताल में कार्य की अधिकता के कारण यहां कोई वीएलडीए आना ही नहीं चाहता।