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उत्तर मध्य रेलवे के मथुरा जंक्शन स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य

राजेश शर्मा/हमारे प्रतिनिधि फरीदाबाद, 28 नवंबर उत्तर रेलवे के पलवल-उत्तर मध्य रेलवे के मथुरा जंक्शन सेक्शन में रेलवे ट्रैकों का नवीनीकरण और स्टेशनों को अपग्रेड करने के लिए मथुरा जंक्शन स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। ऐसे...

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राजेश शर्मा/हमारे प्रतिनिधि

फरीदाबाद, 28 नवंबर

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उत्तर रेलवे के पलवल-उत्तर मध्य रेलवे के मथुरा जंक्शन सेक्शन में रेलवे ट्रैकों का नवीनीकरण और स्टेशनों को अपग्रेड करने के लिए मथुरा जंक्शन स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। ऐसे में पलवल-मथुरा से आने वाली 196 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि 49 ट्रेनों के रूट को कुछ समय के लिए बंद किया गया है और दस ट्रेनों का विनियमन किया गया है। 21 मार्च 2024 तक तीन चरणों में यह कार्य पूरा किया जाएगा।

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मथुरा-पलवल सेक्शन पर काम की वजह से फरीदाबाद के लगभग दस हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। ट्रेनें बंद होने की स्थिति में लोगों को अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। कुछ लोगों ने तो अपने जाने की योजना को ही फिलहाल टाल दिया है। फरीदाबाद-पलवल स्टेशन से होकर जाने वाली रेलगाडिय़ां रद्द होने से शहर के हजारों यात्रियों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। इनमें छह ईएमयू भी शामिल हैं जिसमें फरीदाबाद-मथुरा सेक्शन के बीच चलने वाली 04495 आगरा-पलवल ईएमयू पांच फरवरी 2024 तक, 04496 पलवल-आगरा ईएमयू छह फरवरी 2024, 04419 मथुरा-गाजियाबाद ईएमयूए 04420, गाजियाबाद-मथुरा ईएमयू चार जनवरी से पांच फरवरी 2024 तक कोसीकलां से मथुरा के बीच रद्द रहेगी। शकूरबस्ती से मथुरा शटल 04446 एवं मथुरा नई दिल्ली चलने वाली 04967 शटल चार जनवरी से पांच फरवरी 2024 तक कोसीकलां से मथुरा के बीच रद्द रहेगी।

क्या होता है नॉन इंटरलॉकिंग वर्क

जब कोई एक काम किसी दूसरे काम के होने पर बाध्य हो तो उस स्थिति को इंटरलॉकिंग कहते है। जैसे अगर किसी रेलगाड़ी को स्टेशन मास्टर लाइन क्लीयर देता है या ग्रीन सिग्नल देता है, तो उससे पहले स्टेशन एरिया के क्रॉसिंग गेट को बंद करना होता है। अगर गेट बंद नहीं होगा तो ग्रीन सिग्नल या लाइन क्लीयर नहीं दिया जा सकता है। ऐसी स्थिति को इंटरलॉकिंग कहते हैं।

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