गुरुग्राम, 1 अक्तूबर (हप्र)
आउटसोर्स कर्मचारियों के ईपीएफ व ईएसआई राशि जमा करवाने के घोटाले की जांच कर रही कमेटी ने तय किया गया है कि जांच पूरी नहीं होने तक एमआईटूसी व आरएस इंटरप्राइजेज को कोई और वर्कआर्डर जारी न किया जाए। कमेटी ने इस बात पर भी ऐतराज जताया कि अब तक कंपनी की ओर से कोई प्रतिनिधि किसी बैठक में उपस्थित नहीं हुआ। यह कमेटी नगर निगम में आउटसोर्स आधार पर मैनपावर उपलब्ध करवाने वाली कंपनियों द्वारा कर्मचारियों के ईपीएफ और ईएसआई की राशि में घोटाले की जांच कर रही है। जांच कमेटी की तीसरी बैठक निगम की डिप्टी मेयर सुनीता यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कमेटी सदस्यों ने विचार-विमर्श के बाद फैसला लिया कि जब तक कमेटी की जांच पूरी नहीं होती तब तक मैनपावर प्रदाता कंपनियों को कोई नया वर्क ऑर्डर जारी न किया जाए। कमेटी की अध्यक्ष सुनीता यादव ने चीफ अकाउंट आफिसर भारत भूषण कालरा को निर्देश दिए कि 9 अक्तूबर को आयोजित होने वाली कमेटी की अगली बैठक में एमआईटूसी, आरएस इंटरप्राइजेज व अन्य मैनपावर प्रदाता एजेंसियों के प्रतिनिधियों को उपस्थित होने के लिए कहा जाए। साथ ही इन्हें सभी कर्मचारियों की ईपीएफ व ईएसआई का संपूर्ण विवरण साथ में लेकर आने के निर्देश दें। बैठक में कमेटी के सदस्य के तौर पर निगम पार्षद रविंद्र यादव, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्रोई मौजूद थे।