चंडीगढ़, 21 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा की वोल्वो बसों का सफर चंडीगढ़ से नई दिल्ली चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस से भी महंगा हो गया है। प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान वित्तीय संकट की दुहाई देते हुए बसों के किराये में बढ़ोतरी की थी। सामान्य बसों के मुकाबले वोल्वो बसों के किराये में मोटी बढ़ोतरी की गई थी। अब चंडीगढ़ से दिल्ली और गुरुग्राम तक के लिए वोल्वो बस सर्विस फिर से शुरू कर दी गई है।
परिवहन विभाग ने बस सर्विस शुरू होते ही बढ़ी हुई दरें लागू कर दी हैं। पिछले करीब एक सप्ताह से जहां रोडवेज की बसों में आवागमन बढ़ा है, वहीं अब यात्रियों को बढ़ा हुआ किराया देना पड़ रहा है। सरकार यह किराया अप्रैल माह के दौरान चल रहे लॉकडाउन में ही बढ़ा चुकी है, लेकिन यात्रियों का बसों में आवागमन अब बढ़ने तथा दिल्ली-चंडीगढ़ के रूटों पर वोल्वो बसों की सर्विस हाल ही में शुरू होने के बाद ही यह बढ़ा हुआ किराया लिया जा रहा है।
हरियाणा रोडवेज के पास लगभग 4,294 बसों का बेड़ा है और यह प्रतिदिन 9.65 लाख बसों का संचालन करती है। अनलॉक-5 में अब तक जहां सात पड़ोसी राज्यों में हरियाणा रोडवेज की बसों का संचालन शुरू हो गया है वहीं दो हजार से अधिक बसें इस समय सड़क पर आ चुकी हैं। राज्य सरकार द्वारा शताब्दी की तर्ज पर ही चंडीगढ़-दिल्ली रूट पर वोल्वो बसें शुरू की गई थी। इन बसों में सफर करने वाले यात्रियों को मिनरल वॉटर मुफ्त दिया जाता है। वर्तमान में यह बसें किराये में मामले में शताब्दी तथा जनशताब्दी को काफी पीछे छोड़ चुकी हैं। राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान 30 अप्रैल को प्रत्येक किलोमीटर की यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति साधारण बस किराये में 15 से 20 पैसे बढ़ोतरी करने का फैसला किया था। सरकार का तर्क है कि जून 2016 में एक बस के संचालन में 37.48 रुपये प्रतिकिलोमीटर खर्च आता है, जो दिसंबर 2019 में बढ़कर 52.23 रुपये तक पहुंच गया है।
वहीं परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के अनुसार हरियाणा में बस का किराया पड़ोसी राज्यों पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की तुलना में कम है। इन राज्यों में प्रति व्यक्ति बस किराया 1.06 रुपये से लेकर 1.16 तक है, जबकि पहाड़ी इलाकों में 1.75 रुपये और पहाड़ी सड़कों पर 1.80 रुपये के बीच है।