नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 4 अप्रैल
दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत सरकार ने अब राजकीय स्कूलों में वीटा बूथ खोलने का निर्णय लिया है, जिसकी कमाई का लाभ दिव्यांगों को बांटा जाएगा, इससे पहले प्रदेश में हुनर कैंप लगाकर स्वरोजगार की जानकारी दी जा चुकी है।
प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग की नई योजना के अनुसार हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के तहत 11वीं, 12वीं के दिव्यांगों के लिए राजकीय स्कूलों में वीटा बूथ खोले जाएंगे। इससे होने वाली आमदनी का 75 प्रतिशत दिव्यांग व सामान्य श्रेणी विद्यार्थियों को बांटी जाएगी, 25 फीसदी स्कूल की व्यवस्था सुधार पर खर्च किया जाएगा।
एपीसी सुरेन्द्र कैरो ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने स्थानीय जिला परियोजना अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। इसी के अनुसार अधिकारियों द्वारा नए शिक्षा सत्र से इसे शुरू किया जाएगा। इसके लिए 14 सदस्यीय स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाएगा, जिसमें 11वीं व 12वीं के 8 दिव्यांग, 4 सामान्य श्रेणी विद्यार्थी, एक विशेष शिक्षक व एक अभिभावक शामिल होंगे। इन बूथों पर जंक फूड नहीं बेचा जाएगा, सिर्फ दूध, दही व खाने से संबंधित प्रोडक्ट ही मिलेंगे, जिसे खरीदने के लिए विद्यार्थियों को खुद पैसे खर्च करने होंगे। उन्होंने बताया कि हिसार जिला का वीटा बूथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय आर्य नगर में खोला जाएगा, जिसकी तैयारी की जा रही है। वीटा बूथ के लिए स्कूल के प्राचार्य द्वारा जगह का प्रबंध और सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध किया जाएगा, जबकि जिला परियोजना अधिकारी की प्रचार की जिम्मेदारी होगी। इसके साथ ही पूरा दिन काम करने के लिए विद्यार्थियों की ड्यूटी का रोटेशन सिस्टम तैयार किया जाएगा।
“दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार व शिक्षा विभाग का बहुत ही सराहनीय कदम है। स्वरोजगार का दिव्यांगों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पहले जिला स्तर पर फिर ब्लॉक स्तर पर वीटा बूथ खोले जाएंगे।” -चंद्रकला, जिला परियोजना शिक्षा अधिकारी