चंडीगढ़, 24 नवंबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश में सरकारी योजनाओं व सेवाओं से जुड़ी नागरिक सेवाओं को लेकर सीएम ने अधिकारियों की क्लास लगाई है। उन्होंने अधिकारियों को दो-टूक कहा है कि नागरिक सेवाओं में आम लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। बेवजह देरी करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। देरी करने पर उन पर पेनेल्टी भी लगेगी। सीएम खट्टर बुधवार को चंडीगढ़ में ‘सेवा का अधिकार’ अधिनियम के तहत विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही कार्रवाई की समीक्षा बैठक ले रहे थे। सीएम ने कहा, प्रदेश सरकार ने जनहित की सरकारी सेवाओं व योजनाओं का लाभ समयबद्ध व सम्मानजनक तरीके से लोगों पहुंचाने के उद्देश्य से ही सेवा का अधिकार अधिनियम बनाया है। सरकार द्वारा 31 विभागों से संबंधित 546 सेवाओं को अधिसूचित किया जा चुका है। इनमें से 297 सेवाओं का लाभ अंत्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, जो विभाग अधिसूचित सरकारी सेवाओं का समयबद्ध लाभ नहीं देगा, तो ‘आस’ पोर्टल पर संबंधित शिकायत आटो मोड से अपील में जाएगी। इसके बाद विभाग में उच्च अधिकारियों को एक के बाद दूसरे को दो बार अपील जाने के बाद यह शिकायत व समस्या सेवा का अधिकार आयोग के पास स्वत: पहुंच जाएगी। जिसे आयोग द्वारा 30 दिन के अंदर निपटाया जाएगा।
आयोग के पास संबंधित अधिकारी व कर्मचारी पर 20 हजार रुपए तक पेनेल्टी करने का अधिकार होगा। इसलिए राज्य स्तर पर सभी विभाग अपनी सेवाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समय-समय पर समीक्षा करें तथा सुनिश्चित करें कि जनता को इन सेवाओं का समय पर ही लाभ मिले।
नौ बिंदुओं पर हुई चर्चा
सीएम ने प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए कि वे 25 दिसंबर सुशासन दिवस तक अपने विभाग की जो सेवाएं सेवा का अधिकार अधिनियम तहत सूचीबद्ध नहीं हुई हैं, उन्हें भी इसमें शामिल कर लें, ताकि जनता को अधिक से अधिक इन सेवाओं का समयबद्ध लाभ मिल सके। जिन विभागों में अभी भी कुछ सेवाएं ऑफलाइन हैं, उन्हें ऑनलाइन लाने की प्रकिया में तेजी लाए। सेवा का अधिकार अधिनियम-2014 के नियम 5 के तहत सभी विभाग व आयोग अपनी सेवाओं से संबंधित फार्म व अन्य दस्तावेज विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करें। सभी विभाग अपने अंत्योदय सरल रैकिंग की भी समीक्षा करें तथा इसे बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करें। सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता ने एक्ट के तहत संबंधित विभागों द्वारा की जा रही कार्रवाई की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।