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गुरुग्राम, 1 जून
विकास कार्यों में देरी और शिकायतों से नगर निगम के अधिकारी उच्च स्तर पर परेशान हैं। खूब प्रयासों के बाद भी न तो शिकायतों का समाधान हो पा रहा है और न ही निवासी संतुष्ट। निगम अधिकारियों ने तय किया है कि अब लापरवाह इंजीनियरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई और कार्य में कोताही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तक पहुंचने के बाद पार्षद और चीफ इंजीनियर के बीच विवाद शांत बेशक हो गया लेकिन इससे दोनों पक्षों में बुरी तरह आहत हैं। निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने जब विवादित कार्यों और शिकायतों की समीक्षा की तो इन्हें अपने ही कर्मचारियों की कमियां नजर आई। ज्यादातर मामलों में इंजीनियरों और ठेकेदार की लापरवाही पाई गई। अस्थाई समाधान के बाद पुनः स्थिति बिगड़ती है तो आक्रोश स्वरूप शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंची और ये ही बाद में विवाद का कारण बने। अब अधिकारियों ने तय किया है कि लापरवाही पर लगाम की शुरुआत कड़े रूख से की जाए। निगम के चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा का कहना है कि कई मामलों में इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों की गड़बड़ी सामने आई। ठेकेदारों की लापरवाही भी इससे अछूती नहीं है। वह कहते हैं, ‘अपने कार्यों में लापरवाही बरतने वाले जेई स्तर के कर्मचारियों को स्थानीय स्तर पर चार्जशीट किया जाएगा तथा एसडीओ व एक्सईएन के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई करने की सिफारिश मुख्यालय से की जाएगी।’ इससे कर्मचारियों में अनुशासन रहेगा और अपने कार्यों की ओर अधिक सतर्क होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने, कार्यों में देरी और लापरवाही करने वाले ठेकेदारों पर आर्थिक दंड की कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर इनके खिलाफ एफआईआर भी करवाई जाएगी।
सीएम ने जताया अफसोस तो अफसरों के गले सूखे
तीन दिन पहले रविवार को गुरुग्राम में आयोजित हरियाणा प्रगति रैली के सार्वजनिक मंच से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बात पर अफसोस जताया कि चार-पांच सालों में बारिश का पानी यहां रिहायशी इलाकों के लिए आफत बन जाता है। मुख्यमंत्री की इस सार्वजनिक स्वीकारोक्ति के बाद अधिकारियों के गले खुश्क हो गए हैं। मुख्यमंत्री गुरुग्राम के प्रभारी मंत्री भी खुद हैं। इसलिए जीएमडीए और नगर निगम के अधिकारी बारिश के कारण होने वाली जलभराव की स्थिति से उबरने के उपाय शहर की चैंक पड़ी ड्रेनेज व्यवस्था में खोजने लगे हैं।
‘जनहित’ में करवाया एक्सईएन का तबादला
इंजीनियरों के कारनामों की शिकायतें हर रोज विधायकों तक पहुंचती हैं। ऐसी ही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विधायक राकेश दौलताबाद ने एक्सईएन मनदीप धनखड़ का तबादला करने की सिफारिश से की। विधायक ने 7 अप्रैल को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एक्सईएन का तबादला ‘पब्लिक इंटरेस्ट’ में किसी अन्य निगम में करवाने की गुजारिश की। विधायक की सिफारिश पर यमुनानगर में कर दिया गया है।