नरवाना (अस) : गांधी नगर में नई अनाज मंडी के निकट राष्ट्रीय मजदूर किसान मंच का तहसील कार्यालय खुल गया है। मंगलवार को मुख्य अतिथि किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने रिबन काटकर कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा किसानों व मजदूरों के हकों की लगातार आवाज बुलंद कर रहा है। किसान व मजदूर एक हैं। काले कृषि कानूनों से मजदूरों को भी नुक्सान है। मंच के प्रदेश महासचिव अंकुश परोचा ने कहा कि मजदूरों की समस्या को देखते हुए कार्यालय का शुभारंभ किया गया है। मंच का मकसद मजदूरों के हक की आवाज को बुलंद करना है। इस मौके पर राष्ट्रीय मजदूर किसान मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोबिंद बाली, प्रदेश विरेन्द्र हुड्डा, सुरेश टांक पूंडरी सहित कई मजदूर नेता तथा गांवों से आये मनरेगा मजदूर भी मौजूद रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।