गुरुग्राम, 31 अगस्त (हप्र)
सड़क निर्माण किए बिना ही करोड़ों रुपए की पेमेंट जारी करने वाले नगर निगम का एक और कारनामा सामने आया है। वार्ड 25 में सिर्फ 10 प्रतिशत काम करने वाले ठेकेदार को भारी भरकम राशि का भुगतान कर दिया गया। टेंडर अवधि समाप्त हो जाने के पांच महीने बाद भी ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं है। निगम अधिकारियों का दावा है कि ठेका रद्द किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नगर निगम वार्ड 25 के गांव बादशाहपुर की 60 गलियों में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने का टेंडर जारी किया गया था। यह टेंडर सितंबर 2019 में फरीदाबाद की राय कंस्ट्रक्शन नामक ठेकेदार कंपनी के नाम छोड़ा गया। करीब दो करोड़ 44 लाख रुपए की लागत से कंपनी को गलियों में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने सहित दूसरे कई कार्य करने थे। यह काम 12 मार्च 2020 तक पूरा करने के लिए डेडलाइन दी गई थी, लेकिन छह महीने के तय समय में राय कंस्ट्रक्शन ने सिर्फ 10 प्रतिशत ही काम किया, लेकिन इंजीनियरिंग व एकाउंट डिपार्टमेंट के अधिकारियों से मिलीभगत कर इस काम के बदले में भारी भरकम पेमेंट जारी करवा ली। एक अधिकारी की मानें तो करीब 45 लाख रुपये की पेमेंट उक्त ठेकेदार कंपनी को कर दी गई है। तय समय में कंपनी काम नहीं कर पाई। इस बीच लॉकडाउन की घोषणा हो गई। इसके बावजूद अभी तक ठेकेदार कंपनी काम शुरू करने के लिए तैयार नहीं है। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो ठेकेदार सर्वप्रीत मनकू उक्त काम करने को तैयार ही नहीं है। कई बार निगम की ओर से लिखित में काम शुरू करने के लिए कहा गया, लेकिन ठेकेदार ने कोई रूचि नहीं दिखाई। निगम अधिकारियों की यह करतूत सदन की बैठक में भी रखी गई लेकिन अभी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गौरतलब है कि पिछले दिनों निगम अधिकारियों ने बजघेड़ा क्षेत्र में एक ठेकेदार को बिना सड़क निर्माण किए ही करीब सवा करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया। मिलीभगत का मामला जब उजागर हुआ तो ठेकेदार ने उक्त राशि जमा करवा दी। हैरत की बात यह है कि इस पूरे प्रकरण में उन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई जिन्होंने सड़क निर्माण पूरा होने की एनओसी जारी की है।
गलियां खोदकर छोड़ी
वार्ड 25 के पार्षद सुभाष फौजी का कहना है, ‘अभी तक 10 प्रतिशत भी काम पूरा नहीं किया गया है। पांच महीने से गलियां खोदकर छोड़ दी गई हैं, इससे लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। इन गलियों में पानी की लाइन भी बिछाई जानी है।’ वह बताते हैं कि निगम ने उक्त कंपनी का ठेका रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब निर्धारित प्रक्रिया के तहत शेष 90 प्रतिशत काम पूरा करवाया जाएगा।