यमुनानगर, 25 अक्तूबर (हप्र)
तीन कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। दशहरे पर आज किसानों ने विभिन्न इलाकों में व जिला सचिवालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने का ऐलान किया था।
इसके चलते जिला प्रशासन कड़े सुरक्षा प्रबंध किए ताकि कोई भी किसान जिला सचिवालय तक न पहुंच पाए। इस दौरान कई किसान नेताओं की गिरफ्तारियां भी हुईं, लेकिन इसके बावजूद किसानों ने यमुनानगर के टोपरा कलां, जहां अशोक चक्र स्थापित है, पहुंचकर नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इस पुतले पर प्रदेश के सभी 10 सांसदों के सिर लगाए गए थे। किसान नेताओं का कहना है कि उन्होंने अहंकार रूपी नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया है।
किसान नेता संजू गुंदियाना व हरपाल सिंह का कहना है कि प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए थे कि किसान मोदी का पुतला न जला सकें। इस दौरान कई किसानों को गिरफ्तार भी किया गया। उन्होंने कहा कि अब 29 अक्टूबर को पूरे हरियाणा के किसान अंबाला के मोहड़ा में इकट्ठा होंगे।
पुतला जलाने से पहले ही छीन ले गई पुलिस
पानीपत (एस) : अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति व मजदूर संगठनों के संयुक्त आह्वान पर कृषि कानूनों के विरोध में रविवार को केंद्र सरकार का पुतला फूंकने को लेकर पानीपत पुलिस व प्रदर्शनकारियों का करीब आधा घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
प्रदर्शनकारी इस जिद पर अड़े थे कि किसानों व मजदूरों के हितों के लिये कृषि कानूनों के विरोध में सरकार का पुतला फूंक कर विरोध जताना उनका संवैधानिक अधिकार है। पुलिस अधिकारी भी इस बात पर अड़े थे, केंद्र सरकार का पुतला फूंकने नहीं दिया जाएगा।
पानीपत पुलिस की तरफ से डीएसपी विरेंद्र सिंह, थाना शहर प्रभारी योगेश, माडल टाउन थाना प्रभारी सुनील कुमार व किला थाना प्रभारी दलवीर, असंध रोड नाका चौकी प्रभारी अतर सिंह सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। अखिल भारतीय किसान सभा के नेता कामरेड मामचंद, अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश दहिया, सीटू के राज्य सचिव सुनील दत्त, एटा जिला अध्यक्ष पवन सैनी एडवोकेट आदि के नेतृत्च में प्रदर्शनकारी सीटू कार्यालय में ही नारेबाजी करते हुए पुतला फूंकने का प्रयास कर रहे थे तो एक पुलिस वाला चंद सेकेंडों में सुनील दत्त के हाथ से पुतला छीनकर बाहर चला गया और पुतले को पुलिस की जीप में रख दिया।
कृषि कानूनों के विरोध में की नारेबाजी
घरौंडा (निस) : तीन कृषि कानूनों से भारतीय किसान यूनियन में रोष है। कृषि कानूनों के विरोध में भाकियू ने दशहरे पर नई अनाज मंडी मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। तीनों कानूनों को भाकियू ने काला कानून बताया है। भाकियू ने चेताया कि यदि सरकार ने समय रहते कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया तो भाकियू बड़े फैसले लेने पर मजबूर होगी।
रविवार को भाकियू के जिला महासचिव जगदीप औलख की अध्यक्षता में किसान मार्किट कमेटी कार्यालय के गेट पर एकत्रित हुए। जिला अध्यक्ष अजय राणा, महासचिव जगदीप ओलख, सुक्रमपाल बैनीवाल व अन्य किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कृषि कानूनों के विरोध में रोष जताया। यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों ने पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका।
पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के निवास के बाहर 2 पुतले फूंके
शाहाबाद मारकंडा (निस) : भाकियू के तय कार्यक्रमानुसार कि 25 अक्तूबर को पिपली में 3 कृषि कानूनों व झूठे मुकदमे दर्ज करने के खिलाफ रावण के रूप में प्रधानमंत्री का पुतला फूंका जाएगा में फेरबदल करते हुए किसानों व भाकियू नेताओं ने शाहाबाद में पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के निवास के बाहर 2 पुतले फूंके, जिसमें एक पुतला मुख्यमंत्री का था जबकि एक अन्य पुतला 11 मुंह वाले रावण का था जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य मंत्रियों के फोटो चस्पा थे। प्रशासन की सख्ती व राउंड अप करने के भय से भाकियू नेताओं ने रणनीति बदल दी और पिपली में पुतला फूंकने की बजाय शाहाबाद में पुतला फूंकने का निर्णय लिया। पुलिस ने पहले ही भारी संख्या में कर्मचारी तैनात किए हुए थे और मौके पर मौजूद फायर ब्रिगेड ने पानी की बौछार करके किसानों को तितर-बितर करके आग को बुझाया। इस अवसर पर कार्यकारी प्रधान कर्मसिंह मथाना, मंडल प्रधान बलकार सिंह, कृष्ण कलालमाजरा, हरकेश खानपुर ब्लॉक प्रधान शाहाबाद, शहरी प्रधान पवन कुमार बैंस, बाबैन ब्लॉक प्रधान लालचंद, छोटू राम मछरौली, काला राम नंबरदार ढोलामाजरा, तरसेम पाडलू, युवा प्रधाान पंकज हबाना, अर्जुन सिंह भिंडर रामनगर सहित अनेक किसान मौजूद थे।
तीन काले कानूनों को वापस लेने की उठाई मांग
इन्द्री (निस) : भारतीय किसान यूनियन ने केन्द्र सरकार के कृषि संबंधी तीन कानूनों को किसान विरोधी कानून बताते हुए स्थानीय शहीदी चौक पर देश व प्रदेश की सरकारों का पुतला दहन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व किसान नेता रामपाल चहल, तेजपाल बडसालू व मनजीत लालर ने किया। किसान नेताओं ने सरकार से केन्द्र सरकार के तीन काले कानूनों को वापस लेने की मांग उठाई। किसान नेता रामपाल चहल ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है।
पीपली में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीजार्च व केस दर्ज होना व नारायणगढ़ में एक बुजुर्ग किसान के हार्ट फेलियर को हत्या बताते हुए प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ हत्या केस दर्ज किए गए। इस मौके पर अशोक चौगावां, बलकार सिंह, रिषी बडसालू, सचिन शांडिल्य, चरण सिंह चौगावां, पाल सिंह संधू मौजूद रहे।
पीएम, सीएम, डिप्टी सीएम व विधायक के पुतले फूंके
नरवाना (अस) : केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए 3 कृषि कानूनों के विरोध में दशहरे के अवसर पर क्षेत्र के किसानों ने रविवार को नरवाना की नई अनाज मंडी के गेट पर पीएम नरेन्द्र मोदी, सीएम मनोहर लाल, उप मुख्य मंत्री दुष्यंत चौटाला तथा हलका विधायक रामनिवास के पुतले फूंक कर इन कानूनों को रद्द करने की मांग की। किसान अशोक, मनोज, मोदी, सत्यवान, रामफल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों नए कृषि कानून किसानों के साथ-साथ व्यापारियों व आम जनता के भी पक्ष में नहीं हैं। इसलिए देश का किसान सरकार के इन कानूनों को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
अन्नदाता ने फूंका सरकार का पुतला

करनाल (हप्र) : अन्नदाता किसान यूनियन ने अपने आज जिला सचिवालय के नजदीक चौंक पर रोष जाहिर करते हुए केंद्र सरकार व कृषि संबंधित कानूनों की प्रतियों का पुतला फूंका। इस मौके पर प्रदर्शनकारी किसानों की अगुआई कर रहे यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान गुरमुख सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पास किए गए कानूनों से अर्थव्यवस्था अस्त व्यस्त हो जाएगी। फसलों के लाभकारी मूल्य न मिलने से किसानों की हालत बदतर हो जाएगी। इससे मंडियां ठप होंगी। मजदूरों का रोजगार भी छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता किसान केंद्र सरकार से दुखी हो गया है। आज मजबूर होकर त्योहार के दिन भी किसान सड़क पर उतरा और केंद्र सरकार का पुतला जलाया। इस अवसर पर सीटू नेता जोगा सिंह, अन्नदाता किसान यूनियन के ब्लाक युवा प्रधान गुरप्रीत सिंह जलमाना, ब्लाक असंध प्रधान गुरजीत सिंह केरो, अमर सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला सचिव बीर सिंह लाठर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अशोक अरोड़ा, भीम सिंह, मंगलीराम, जयनारायण, हरिराम, सुखदेव सिंह, सिंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, सुरिंद्र सिंह, गुरपेज सिंह, गुरप्रीत सिंह व तरलोचन सिंह मौजूद रहे।
कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी
कैथल (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में सुबह हनुमान वाटिका में इकट्ठे हुए। यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सर छोटू राम चौक पर पहुंचे और सरकार द्वारा पास किए गए तीन कृषि कानून के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सरकार व प्रशासन की चेतावनी के बावजूद उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। विक्रम कसाना ने कहा कि आज दशहरे के त्योहार पर भारतीय किसान यूनियन ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकारी बताते हुए उनका पुतला फूंका है। युवा किसान नेता ने कहा कि सरकार लाठी और गोली के दम पर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। इस अवसर पर ओमप्रकाश ढांडा, सुभाष भागल, रणधीर बरसाना, हरदीप पुनिया, मजीत करोड़ा, लहणा सिंह मुंदड़ी, सुखविंदर रताखेड़ा, हरभजन रत्ताखेड़ा, भाना सेगा, नोदी चीका, जीत बूरा, सुभाष बड़सीकरी, राम किशन, सहित सैकड़ों किसान थे।
फूंका भाजपा के आला नेताओं का पुतला

असन्ध (निस) : कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए पिछले कई दिनों से संघर्षरत किसानों ने आज अखिल भारतीय किसान सभा,भाकियू,हरियाणा किसान सभा सहित अन्य संगठनों के संयुक्त नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य आला नेताओं का पुतला फूंका। आज क्षेत्रभर के दर्जनों किसान नई अनाज मंडी में चल रहे धरना स्थल पर पंहुचे और केंद्र सरकार के द्वारा पारित कृषि अध्यादेशों को किसान विरोधी करार दिया। किसान नेता जोगिंदर झींडा,छत्रपाल सिंह,सतपाल बैनीवाल,कुलदीप सिंह आदि ने कहा कि कृषि अध्यदेश किसानों के लिए काला कानून है और इसकी वापसी तक देश का किसान अपने संघर्ष को जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को दिल्ली का घेराव किया जाएगा और भारत बंद के दिन हरियाणा के किसान अपनी जान लगा देंगे।
बालू एवं मटोर में सरकार का फूंका पुतला
कलायत (निस) : अखिल भारतीय किसान द्वारा किसान सभा द्वारा उपमंडल के गांव मटौर और व बालू में सभा के प्रधान महेंद्र सिंह के साथ किसानों के विभिन्न संगठनों द्वारा कृषि विरोधी तीनों कानूनों, मंडी तोड़ो कानून, ठेका खेती कानून व आवश्यक वस्तु (अधिनियम) कानून के विरोधस्वरूप पुतले जलाए गए। जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जो कानून लाया गया है, वह पूरी तरह से किसान विरोधी है। जब तक सरकार द्वारा किसान विरोधी काले कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा इन किसानों की सभाओं को अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रेम चंद ने भी संबोधित करते हुए इन सभी कानूनों पर विस्तार से चर्चा की व बताया कि इन कानूनों का सीधा असर सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 26-27 नवंबर को देशभर के सभी मेहनत कश लोग हड़ताल करने जा रहे हैं जिसमें देश भर के करोड़ों लोग भाग लेंगे।
भाजपा नेताओं के मुखौटों का पुतला जलाया
टोहाना (निस) : किसान संगठनों के आह्वान पर स्थानीय इकाईयों भाकियू, किसान संघर्ष समिति, किसान सभा व आम आदमी ने कृषि के नए बिलों में विरोध में वाल्मीकि चौक में विजयी दशमी पर प्रधानमंत्री सहित भाजपा के दिग्गज नेताओं के मुखौटों से सजा दसानन रावण के पुतले को जलाते हुए सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। किसानों संगठन प्रतिनिधियों से सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि सबंधी बिलों को वापस लेने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर किसान सभा के जगतार सिह, भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष जोगेन्द्र घासीराम नैन, नानूराम धारसूल, आप पार्टी के जिला संगठन मंत्री सुखविन्द्र सिह ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों के कारण लोग सड़कों पर संघर्ष करने को मजबूर हैं। इस अवसर पर भूना, ढाणी गोपाल, जाखल, मूनक, रतिया में भी किसान संगठनों ने भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुखौटों से सजे पुतले को जलाकर कृषि कानूनों के प्रति विरोध दर्ज करवाया।