प्रदेश के विधायक करवा सकेंगे पांच-पांच करोड़ रुपये के विकास कार्य
चंडीगढ़, 22 मई (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के सभी विधायकों को पांच-पांच करोड़ रुपये के विकास कार्य कराने का प्रस्ताव दिया है। इन कार्यों की सूची विधायकों को इसी माह तक मुख्यमंत्री को सौंपनी होगी ताकि संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर विधायकों के कामों को मंजूरी प्रदान कराई जा सके।
केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते हुए विधायकों को पांच-पांच करोड़ रुपये के काम देने की सुविधा प्रदान की थी, जिसे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जारी रखने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी इससे पहले विधायकों से पहले एक करोड़ और फिर दो-दो करोड़ रुपये के कार्यों संबंधी प्रस्ताव लेकर उनके काम करवा चुके हैं। तीन दिन पहले चंडीगढ़ में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में कुछ विधायकों ने प्रस्ताव रखा कि जिस तरह से पहले विधायकों को अधिकाधिक काम कराने की सुविधा थी, उसी तर्ज पर पुरानी प्रक्रिया को जारी रखा जाना चाहिए।
हरियाणा भाजपा के प्रभारी डा. सतीश पुनिया, सह प्रभारी सुरेंद्र नागर, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और संगठन मंत्री फणीन्द्रनाथ शर्मा की मौजूदगी में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने तुरंत विधायकों को पांच-पांच करोड़ रुपये के कामों के प्रस्ताव देने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने पर पूरे राज्य में विधानसभा स्तर पर धन्यवाद रैलियां कर रहे हैं। इन धन्यवाद रैलियों में जहां मनोहर लाल के 10 साल के कार्यों को उपलब्धियों के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, वहीं नायब सैनी अपने कार्यकाल में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी जनता को दे रहे हैं।
भाजपा के करीब डेढ़ दर्जन चुनावी वादे अभी तक सात माह में पूरे हो चुके हैं। बाकी चुनावी वादों को जल्दी पूरा करने के लिए सरकार की ओर से मंत्रियों को निर्देशित किया गया है, ताकि उनकी घोषणाएं समय से की जा सकें।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के बाद ही अन्य नियुक्तियां होंगी
भाजपा सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अब बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन बनाए जाएंगे। यह कार्य जून माह के अंत तक पूरा होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में हो रही देरी के चलते इस बात की पूरी संभावना है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को बदला नहीं जाने वाला है। मोहन लाल बड़ौली की पहचान सरकार व संगठन के बीच तालमेल के संवाहक के रूप में बनी हुई है। जिस तरह से सुभाष बराला प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ संगठन का तालमेल बनाकर चलते थे, उसी तरह से अब मोहन लाल बड़ौली का मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ तालमेल अच्छा है।