यमुनानगर, 29 अप्रैल (हप्र)
मौसम विभाग ने अगले सप्ताह आंधी, तूफान व बारिश की चेतावनी दी है। वहीं अभी तक प्रदेश के कई इलाकों में किसानों की फसल पोर्टल मिस मैच होने के कारण खेतों में खड़ी है, जिसको लेकर किसान चिंतित हैं। हरियाणा सरकार का गेहूं खरीदने का तरीका किसानों को परेशान करना साबित हो रहा है।
यमुनानगर जिला में दु:खी किसानों ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने कहा है कि हमारी गेहूं की फसल सरकारी पोर्टल पर मिस मैच हो रही है और हमारी फसल का ब्योरा पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं हुआ।
उपायुक्त यमुनानगर, डीआरओ यमुनानगर, एसडीएम रादौर और जिला के नोडल अधिकारी कृषि उपनिदेशक को दर्जनों बार मिल चुके हैं, लेकिन आज तक न ही तो ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा पर दर्ज’ हो रहा है, और न ही किसानों की गेहूं मंडी में गेहूं लाने का कोई रास्ता निकल रहा है।
करतारपुर के किसान संतलाल, सतपाल, राजकुमार, राजपाल, अमरपाल, सामूहिक रूप से खेती करते हैं। उनके पास 20 एकड़ गेहूं की फसल खड़ी है। कृषि उपनिदेशक ने मौके का मुआयना भी कर लिया है गेहूं की फसल का, लेकिन आज तक प्रशासन ने गेहूं मंडी में लाने का कोई संसाधन नहीं बनाया। इसी तरह से खंडवा गांव में भी गुलाब सिंह आदि सामूहिक रूप से खेती करते हैं, उनकी भी यही समस्या आ रही है। जिला के प्रगतिशील किसान व खुद ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ से पीड़ित किसान नेता सतपाल कौशिक सरकार को आरोपित करते हुए कहा कि हरियाणा में प्रशासन पंगु बन चुका है। उनको कोई पता नहीं है कि किसान की क्या समस्या है। कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जसविंदर सिंह का कहना है कि कई किसानों की जमीन व पोर्टल पर रजिस्टर्ड मैच नहीं हो रहे थे, जिसके चलते कई किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि इसका समाधान निकाला जा रहा है और प्रत्येक किसान की गेहूं खरीदी जाएगी।

अंधड़ के साथ आई बरसात ने बढ़ाई चिंता
जगाधरी (निस) : बृहस्पतिवार शाम को जगाधरी आदि इलाकों में अंधड़ चला व बरसात हुई। खराब मौसम ने फसल को लेकर किसानों की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, अंधड़ के कारण दर्जनों इलाकों की बिजली घंटों गुल रही। शाम के समय जगाधरी, छछरौली, प्रतापनगर, बूडिया, दादुपुर, भेड़थल, खदरी, खारवन, पंजेटो, कनालसी, कैल, परवालो आदि इलाकों में तेज हवा चली। कुछ इलाकों में बरसात भी हुई। जगाधरी, बूडिया, चनेटी, खारवन सहित दर्जनों इलाकों की बिजल गुल हो गई। खराब मौसम से किसानों की फसल को लेकर चिंता बढ़ा दी है। किसान ओमप्रकाश, जयचंद, रणधीर आदि का कहना है कि अभी 15 प्रतिशत तक की फसल उठाई जानी है।