रोहतक (हप्र): पर्यटन केंद्र मैना व तिलयार के कर्मियों ने रविवार को पर्यटन केंद्रों का निजीकरण किए जाने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं विधायक बीबी बत्रा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मैना पर्यटन केंद्र कर्मचारियों के प्रधान जोगेंद्र दलाल व तिलयार के कर्मचारी प्रधान सुभाष शर्मा, कर्मचारी नेता राजेश शर्मा, सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव जयकुंवार दहिया उपस्थित रहे। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि पर्यटन केंद्रों के कर्मचारियों का 3 माह से वेतन रुका हुआ है। सही और स्वच्छ सेवा करने के बावजूद कर्मचारियों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि 27 अगस्त को करनाल में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया था कि पर्यटन कर्मी 29 व 30 अगस्त को गेट मीटिंग करके निजीकरण का विरोध करेंगे। ज्ञापन देते समय सुभाष छिकारा, राजेश हुड्डा, अशोक शर्मा, भूषण, राजेंद्र, रामकरण पूनिया व अन्य उपस्थित रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।