भिवानी, 24 जून (हप्र)
आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन हरियाणा ने पीओ कार्यालय पर प्रधान संतोष देवी की अध्यक्षता में धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। यूनियन नेताओं ने कर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार और विभाग जानबूझकर हजारों महिलाओं का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहे हैं। बिना वजह राज्य की 975 वर्कर्स और हेल्पर्स को नौकरी से बाहर बिठा रखा है। 4 अप्रैल को विभागीय अधिकारियों व सरकार के अनुरोध पर आंदोलन वापस ले लिया गया था। उस समय सरकार की ओर से आश्वस्त किया गया था कि किसी को भी नौकरी से बाहर नहीं किया जाएगा। लेकिन 3 महीने से बहाली लटकी हुई है।
सीटू नेताओं अनिल कुमार, रतन जिंदल और सर्व कर्मचारी संघ के उपप्रधान मास्टर जगरोशन ने कहा कि बिना मोबाइल फोन दिए और संसाधन उपलब्ध करवाए पोषण ट्रैकर एप का काम करवाया जा रहा है।
यह सब गैर कानूनी ढंग से हो रहा है। यूनियन के नेताओं नरेश शर्मा और भीम सिंह ने सभी वर्कर्स से अपील की कि इन मांगों के लिए 4 जुलाई को पंचकूला में डायरेक्टर का घेराव किया जाएगा, जिसमें आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
पोषण ट्रैकर एप बंद करने की मांग
नारनौल (हप्र): आंगनवाड़ी संयुक्त तालमेल कमेटी के आह्वान पर आज बर्खास्त 975 कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को बहाल करने व अन्य मांगों को लेकर आज जिला मुख्यालय पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के समक्ष आक्रोश प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि सरकार बर्खास्त 975 आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स को तत्काल प्रभाव से बहाल करें, दिसम्बर से मार्च तक का मानदेय 100 रूपए महीना कटौती के साथ जारी किया जाए। 75 प्रतिशत कटौती का पत्र वापस लिया जाए, आंदोलन के दौरान बने पुलिस केस वापस लिए जाएं। पोषण ट्रैकर एप बन्द हो, मोबाइल फोन की राशि जारी की जाए।