रेवाड़ी, 4 अक्तूबर (निस)
कोसली के मार्केट कमेटी कार्यालय के सामाने सोमवार को रोषित किसानों ने नारेबाजी की और एसडीएम होशियार सिंह को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसान राजेंद्र सिंह, जितेंद्र, कृष्ण, शीशराम, सूरजभान, धर्मेंद्र, राजबीर, सतनारायण, सचिन, दिनेश, अशोक, महेंद्र सिंह ने कहा कि किसान एक ओर तो प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हैं, वहीं सरकार बाजरे की फसल एमएसपी पर नहीं खरीद रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान व बाजरे की खरीद 3 अक्तूबर से एक साथ प्रारंभ होनी थी। धान उत्पादक किसानों के दबाव में सरकार ने धान की खरीद तो प्रारंभ कर दी। लेकिन बाजरा उत्पादक किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। किसानों को खरीद प्रारंभ न होने के कारण अपना बाजरा 1150-1200 रुपये प्रति किवंटल में बेचना पड़ रहा है। जबकि सरकार ने बाजरे का समर्थन मूल्य 2250 रुपये घोषित किया था। भावांतर योजना के अंतर्गत सरकार ने 600 रुपये देने की घोषणा की है। जिससे किसानों को 500 रुपये प्रति किवंटल का नुकसान हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार बाजरा उत्पादक किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई करे अथवा बाजरे को समर्थन मूल्य 2250 रुपये प्रति किवंटल के हिसाब से खरीदा जाए।