दलेर सिंह/हप्र
जींद, 9 सितंबर
एशियन गेम्स में खेलने को लेकर ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया तथा विशाल कालीरामण के बीच विवाद के निपटारे के लिए शनिवार को जींद की जाट धर्मशाला में खाप पंचायत का आयोजन किया गया। कंडेला खाप के प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित इस पंचायत में खाप चौधरियों ने पहलवानों के इस अखाड़े से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने पहलवानों के खेलने का फैसला कुश्ती फेडरेशन पर छोड़ दिया है। विशाल पक्ष की रोघी खाप ने पंचायत के फैसले पर नाराजगी जताई। दोनों पहलवानों के परिजन भी खाप पंचायत में मौजूद रहे।
पंचायत में रोधी खाप के चौधरी हरदीप ने कहा कि विशाल ने ट्रायल मे पांच कुश्ती लड़ी। बावजूद इसके बजरंग पुनिया का बिना ट्रायल दिए एशियन गेम्स में फेडरेशन ने नाम भेज दिया। बजरंग ने कहा था कि खाप पंचायत बुलाओ। पूनिया खाप के चौधरी शमशेर पूनिया ने कहा कि पंचायत मामले को समझने के लिए एकजुट हई है। यह राजनीति का अखाड़ा नहीं है।
कई खाप चौधरियों ने कहा कि सरकार इस विवाद को खापों से जोड़ कर भाईचारे को खराब करना चाहती है।
जींद के कुछ खाप चौधरियों ने कहा कि मामला झज्जर तथा हांसी क्षेत्र के पहलवानों का है। ऐसे में जींद में पंचायत करने का कोई औचित्य नहीं है। पंचायत में व्यक्ताओं के बोलने को लेकर शब्दों के प्रयोग से खूब बवाल हुआ। माहौल को शांत करने के चौधरियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
खेड़ाखाप, नौगामा खाप, माजरा खाप, ढुल खाप के चौधरियों ने खुद को मामले से अलग कर लिया। इन खापों के चौधरियों का कहना था कि मामला कुश्ती फेडरेशन का है। खाप पंचायतों को मोहरा बनाया जा रहा है। पूनिया खाप के संरक्षक महीपाल शास्त्री ने कहा कि जिस समय ट्रायल ली गई, उस दौरान साफ कहा गया था कि स्टैड टू के हुई । मामले को लेकर अदालत का भी सहारा लिया गया।
जिसने याचिका को खारिज कर दिया। किस पहलवान को फेडरेशन खेलने भेजेगी, वह फैसला भी फेडरेशन का है।
आखिरकार रोधी खाप तथा पूनिया खाप को छोड़कर अन्य खाप चौधरियों की कमेटी बना फैसला उन पर छोड़ दिया।
उसी दौरान रोधी खाप ने पूनिया खाप से विशाल को ऐशियन गेम्स में भेजने का मांग की।
जिस पर मामला फिर से गर्म हो गया और दोनों खापों के लोग आमने-सामने हो गए। रोधी खाप का कहना था कि वे खापों से न्याय मांगने आए थे, लेकिन यहां पर कुछ नहीं मिला । विशाल पहलवान के समर्थकों ने बंजरग पूनिया के खिलाफ नारेबाजी भी की।
रोधी खाप ने जताई नाराजगी
पंचायत में रोधी खाप पंचायत के प्रधान हरदीप ने कहा कि विशाल कुश्ती जीत कर पहुंचा है,फिर भी उसे हक नहीं मिला। बजरंग ने खाप पंचायत पर फैसला छोड़ा था। खापों ने विशाल की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। खाप पंचायत के फैसले से उन्हें मायूसी मिली है।
कंडेला खाप के प्रधान ने सुनाया निर्णय
पंचायत की अध्यक्षता कर रहे कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने पंचायत का निर्णय सुनाते हुए कहा कि यह मामला खाप पंचायतों के दायरे से बाहर का है। जिसमें खाप पचायत कुछ नहीं कर सकती। फैसला फेडरेशन को करना है। जिसके चलते फैसला फेडरेशन पर छोड़ दिया गया है। खाप पंचायतें स्वयं को इस मामले से अलग करती हैं।